‘भारत माता’ तस्वीर विवाद: राज्यपाल ने तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की, भाकपा ने पोस्टर वापस लिए
सुरभि वैभव
- 10 Jun 2025, 11:22 AM
- Updated: 11:22 AM
कोट्टायम (केरल), 10 जून (भाषा) केरल में ‘भारत माता’ विवाद जारी रहने के बीच राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजभवन में गोवा दिवस समारोह के दौरान ‘भारत माता’ के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने स्थानीय पार्टी कार्यक्रम में ऐसे ही तस्वीर वाले एक पोस्टर को वापस ले लिया।
तिरुवनंतपुरम में सोमवार को राजभवन में आयोजित गोवा दिवस समारोह के दौरान आर्लेकर ने ‘भारत माता’ के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। पिछले सप्ताह राज्य के कृषि मंत्री पी. प्रसाद ने इसी विवाद के तहत पर्यावरण दिवस समारोह का बहिष्कार किया था।
राज्यपाल कार्यालय ने कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल के तहत केरल राजभवन में गोवा स्थापना दिवस मनाया गया।
उसी दिन, भाकपा ने यहां 13 जून से 15 जून तक आयोजित वाले एक स्थानीय पार्टी कार्यक्रम के संबंध में ऐसी ही एक तस्वीर वाले पोस्टर को वापस ले लिया, जिसमें तिरंगा साड़ी पहने और राष्ट्रीय ध्वज पकड़े हुए ‘भारत माता’ की छवि थी।
भाकपा के जिला सचिव वी. बी. बीनू ने कहा कि पोस्टर के बारे में जानकारी मिलते ही इसे सोशल मीडिया से हटाने के निर्देश दिए गए, ताकि ‘‘अनावश्यक विवाद’’ से बचा जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को पार्टी के कार्यक्रमों या प्रतीकों के साथ जोड़ना ठीक नहीं है।
केरल में सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) में दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी भाकपा ने राजभवन द्वारा ‘भारत माता’ के चित्र के इस्तेमाल पर सबसे पहले आपत्ति जताई थी।
भाकपा नेता और मंत्री प्रसाद ने राजभवन में पर्यावरण दिवस समारोह का बहिष्कार किया था, क्योंकि चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की जानी थी।
बाद में उन्होंने कहा था कि संविधान या भारत सरकार के अनुसार ‘भारत माता’ का कोई आधिकारिक स्वरूप नहीं है और कार्यक्रम में ‘भारत माता’ की जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया उसका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
इसके तुरंत बाद भाकपा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने और उसके सामने पौधे लगाने के अभियान की घोषणा की।
भाकपा ने सात जून को अपनी सभी शाखाओं में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पौधे लगाए तथा ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए।
अगले ही दिन आर्लेकर ने वामपंथी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जिन्होंने कभी ‘भारत माता’ के बारे में नहीं सोचा, वे ‘भारत माता की जय’ कह रहे हैं। यह एक अच्छा योगदान है। मैं इसकी सराहना करता हूं।’’
उसी दिन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव एम. वी. गोविंदन ने कहा कि ‘भारत माता’ की कोई अवधारणा नहीं है क्योंकि यह संविधान में नहीं है।
भाषा सुरभि