वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के अंतिम चरण की शुरुआत हो चुकी है : मुर्मू
हक हक मनीषा
- 31 Jan 2025, 02:01 PM
- Updated: 02:01 PM
नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के अंतिम चरण की शुरुआत हो चुकी है और इससे प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर अब 38 हो गई है।
बजट सत्र की शुरुआत में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ इस वर्ष देश सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहा है। उनकी प्रेरणा से मेरी सरकार ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना को लेकर आगे बढ़ रही है। देश की सीमाओं की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किए हैं। विशेषकर रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता में हमें बहुत उत्साहजनक परिणाम मिले हैं।’’
उनके अनुसार, भारत ‘मेक इन इंडिया’ से ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ की ओर बढ़ रहा है तथा इससे देश में रोजगार के नए अवसर भी बन रहे हैं।
मुर्मू ने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले एक ऐतिहासिक पल में, देश में बने दो युद्धपोतों और एक पनडुब्बी को भारतीय नौसेना में सेवा में शामिल किया गया है। देश में रक्षा औद्यागिक गलियारा की स्थापना और ‘डिफेन्स स्टार्टअप्स’ को प्रोत्साहन देकर हम आत्मनिर्भरता और स्वरोजगार को मजबूती दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ देश के सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास भी हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है। सीमा क्षेत्र की सड़कें और अटल टनल, सेला टनल, सोनमर्ग टनल जैसी आधुनिक अवसंरचना से रक्षा और पर्यटन को बढ़ावा मिला है। सीमा पर स्थित देश के प्रथम गांवों में “वाइब्रेंट विलेज” कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के अंतिम चरण की भी शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार के प्रयासों से वामपंथी-उग्रवाद प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर अब 38 हो गई है।’’
भाषा हक हक