महाशिवरात्रि पर बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार पहुंचे अखाड़ों के संत, किया जलाभिषेक
सं सलीम मनीषा
- 26 Feb 2025, 10:32 AM
- Updated: 10:32 AM
(तस्वीरों सहित)
वाराणसी (उप्र), 26 फरवरी (भाषा) महाशिवरात्रि के पर्व पर वाराणसी में नागा साधुओं और अखाड़ों के साधु-संतों ने शोभा यात्रा निकाल कर बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन किया।
इस शोभा यात्रा में अखाड़ों के महामंडलेश्वर शाही रथ पर विराजमान थे। काशी वासियों ने ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया। शोभा यात्रा में शामिल नागा साधु हाथ में त्रिशूल, गदा और तलवार लिए बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचे और उनका जलाभिषेक किया। इस दौरान डमरू की ध्वनि और ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष से पूरा इलाका भक्तिमय रहा।
शोभा यात्रा में शामिल निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानन्द गिरि महाराज ने कहा, "साधु-सन्यासी महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का दर्शन करके कुंभ को पूर्ण मानते है। हम सब साधु-संत अपने भगवान के चरणों में उपस्थिति दर्ज कराने जा रहे है। महादेव ने महाकुंभ को विशाल और भव्य बनाया।"
उन्होंने कहा, "हम सब साधु-संत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सफल महाकुंभ की बधाई देते हैं। इस बार कुंभ के स्वरूप को पूरी दुनिया ने देखा। सनातन को मानने वाले सभी लोगों ने कुंभ में डुबकी लगाई। 60 से 62 करोड़ लोग एक साथ स्नान कर रहे हैं। यही राम राज्य की परिकल्पना है। अराजक लोगों को कुंभ अच्छा नहीं लगा।"
कैलाशानन्द ने कहा, "सबसे पहले मैं महाकुंभ का निमंत्रण देने महादेव के पास आया था। आज उस महाकुंभ की पूर्णाहुति होने जा रही है। हम सब आज महादेव के चरणों में दर्शन पूजन कर महाकुंभ का समापन करने जा रहे हैं। आज सात अखाड़े काशी में उपस्थित हैं।"
कैलाशानन्द ने कहा कि सभी साधु-संत महादेव से नासिक और उज्जैन में होने वाले आगामी कुंभ के सकुशल सम्पन्न होने की कामना लेकर आये हैं।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासन के मुताबिक, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम रंग-बिरंगी रोशनी से चमक रहा है और विभिन्न प्रकार के सुगंधित पुष्पों से महक रहा है। महाशिवरात्रि के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के दिव्य प्रांगण की भव्य आभा देखते ही बन रही है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के द्वार से लेकर सभी मंडपों, विग्रहों के मंदिरों की फूलों से आकर्षक सजावट की गई है।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि गेट नंबर- चार से लेकर गंगा द्वार तक की गई मनभावन सजावट को देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए 25 फरवरी से 27 फरवरी तक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सभी तरह के प्रोटोकॉल पर रोक लगायी गई है।
उन्होंने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैरिकेडिंग, शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, छाया समेत सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं जिससे श्रद्धालु कतारबध्य होकर सुगमता से श्री काशी विश्वनाथ महादेव का दर्शन कर सकें।
मिश्रा ने कहा कि इस बार काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के भक्तों की संख्या का नया रिकार्ड बन सकता है। महाशिवरात्रि के पर्व पर बाबा विश्वनाथ पूरी रात अपने भक्तों को दर्शन देंगे। यह क्रम 27 फरवरी की सुबह तक चलेगा।
भाषा सं सलीम