नव गठित दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र से पूर्व भाजपा विधायकों की बैठक
सुभाष नरेश
- 23 Feb 2025, 07:23 PM
- Updated: 07:23 PM
नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) भाजपा विधायक दल ने रविवार को एक बैठक में नवगठित आठवीं दिल्ली विधानसभा के सोमवार से शुरू होने जा रहे पहले सत्र के लिए अपने एजेंडे पर चर्चा की।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित बैठक में सदन की नेता और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और पार्टी के विधायक शामिल हुए।
भाजपा विधायकों को सत्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं क्योंकि उनमें से कई पहली बार विधायक बने हैं। पार्टी विधायकों ने बताया कि बैठक में आने वाले दिनों में सरकार और पार्टी संगठन के साथ समन्वय पर भी चर्चा की गई।
उन्होंने बताया कि पार्टी भविष्य में इस उद्देश्य के लिए एक समन्वय समिति बना सकती है। भाजपा विधायक राज कुमार भाटिया ने कहा कि प्रदेश महासचिव (संगठन) पवन राणा ने विधायकों को सदन के लिए उनके संसदीय आचरण के बारे में जानकारी दी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गुप्ता के साथ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा सरकार का एकमात्र एजेंडा 'विकसित दिल्ली' सुनिश्चित करना और लोगों की पीड़ा और समस्याओं को दूर करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवगठित विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को नये सदस्यों के शपथ लेने के साथ शुरू होगा और उपराज्यपाल वी के सक्सेना ‘प्रोटेम स्पीकर’ (अस्थायी अध्यक्ष) को शपथ दिलाएंगे। सदन द्वारा नया स्पीकर चुने जाने तक सत्र का संचालन करने के लिए भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली को ‘प्रोटेम स्पीकर’ नियुक्त किया गया है।
भाजपा ने विजेंद्र गुप्ता और मोहन सिंह बिष्ट को क्रमश: विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दिवसीय सत्र की सबसे महत्वपूर्ण बात नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की 14 रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखना है।
गुप्ता ने कहा, ‘‘पिछली सरकारों द्वारा जनता की गाढ़ी कमाई के जो एक-एक रुपये का दुरुपयोग किया गया, उसका हिसाब लिया जाएगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार की प्रतिबद्धताएं ‘‘बिल्कुल सच्ची’’ हैं और उन्हें शत-प्रतिशत पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लोगों की सेवा करने के अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर रही है। मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के ‘‘काम और दृष्टि’’ को लोग पिछले एक दशक में देख चुके हैं।
इससे पहले दिन में, ‘आप’ विधायकों ने सर्वसम्मति से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को दिल्ली विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष चुना।
आतिशी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर पहले ही कैग की रिपोर्ट सदन को भेज दी है।
सचदेवा ने आरोप लगाया कि ‘आप’ नेताओं को ‘‘झूठ बोलने’’ की आदत है और उन्होंने कहा कि ‘आप’ सरकार के दौरान विधानसभा सत्र कभी स्थगित नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि ‘आप’ के पास रिपोर्ट पेश करने के लिए पर्याप्त समय था, बजाय इसके कि वह अब यह दिखावा करे कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के कारण रिपोर्ट पेश नहीं की जा सकी।
भाषा सुभाष