हम ऐसा जम्मू-कश्मीर चाहते हैं जहां आतंकवाद के कारण किसी की जान न जाए: अमित शाह
आशीष माधव
- 24 Feb 2025, 08:49 PM
- Updated: 08:49 PM
(फाइल फोटो के साथ)
नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में शांति है और यह शांति स्थायी होनी चाहिए तथा नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का लक्ष्य ऐसा जम्मू कश्मीर बनाना है जहां आतंकवाद के कारण किसी की जान नहीं जाए।
वतन को जानो युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय राजधानी आए जम्मू-कश्मीर के युवाओं से बातचीत में शाह ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को किसी भी अन्य राज्य के लोगों की तरह पूरे देश पर समान अधिकार हैं और पूरा भारत केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को प्यार और सम्मान की नजर से देखता है।
उन्होंने कहा कि जब आतंकवाद खत्म हो जाएगा तो पुलिस की तैनाती की जरूरत नहीं होगी और वह दिन दूर नहीं है। शाह ने कहा, ‘‘जब शांति होगी तो पुलिस की जरूरत नहीं होगी। यह संदेश आपको अपने दोस्तों, परिवार और गांवों तक ले जाना होगा...जब आप घर जाएं तो अपने दोस्तों, पड़ोसियों को बताएं कि पूरा देश शांति से रह रहा है और जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी शांति से रहना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति है और यह शांति स्थायी होनी चाहिए तथा ‘‘हमारा लक्ष्य ऐसा जम्मू-कश्मीर बनाना है जहां आतंकवाद के कारण किसी की जान न जाए।’’
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘हिंसा से कुछ हासिल नहीं होता। जम्मू-कश्मीर में दशकों से चल रहे आतंकवाद के कारण 36,000 लोगों की जान चली गई।’’
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाकर देश को सभी के लिए बराबर बना दिया है और अब जम्मू-कश्मीर के लोगों को भारत में कहीं भी समान अधिकार प्राप्त हैं, जैसे दिल्ली, राजस्थान, गुजरात या राजस्थान के लोगों को हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर पर आपका अधिकार है। क्या यह अच्छा नहीं है कि देश के अन्य 29 राज्यों पर भी आपका समान अधिकार हो? जम्मू-कश्मीर की तरह पूरा देश आपका है।’’
उन्होंने कहा कि शांति सभी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है और मोदी सरकार के तहत जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास आया है, अस्पताल, सड़कें और पुल बने हैं, बुनियादी ढांचे का निर्माण हुआ है। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘पूरा देश जम्मू-कश्मीर के लोगों को प्यार और सम्मान की नजर से देखता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वहां शांति कायम है। शांति के कारण ही जम्मू-कश्मीर में विकास हो रहा है।’’
शाह ने कहा कि पहले कोई थिएटर नहीं था और कोई भी फिल्म देखने नहीं जा सकता था। उन्होंने कहा कि कोई ताजिया जुलूस नहीं होता था, लेकिन अब ये सब हो रहा है। स्थानीय निकायों के लिए चुनाव हुए और 36,000 लोग पंच, सरपंच चुने गए। उन्होंने कहा कि ये सब पिछले 10 सालों में हुआ है।
शाह ने कहा कि दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल अब जम्मू-कश्मीर में स्थित है, एशिया की सबसे लंबी सुरंग केंद्र शासित प्रदेश में स्थित है। यह एकमात्र ऐसा स्थान है जहां दो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और दो भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में 24 कॉलेज और आठ विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं।
भाषा आशीष