शंभू, खनौरी सीमा बिंदुओं के बंद होने से पंजाब के उद्योग, व्यापार पर असर पड़ा है: मंत्री अमन अरोड़ा
वैभव आशीष
- 25 Feb 2025, 11:04 PM
- Updated: 11:04 PM
चंडीगढ़, 25 फरवरी (भाषा) पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने मंगलवार को शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं को खोलने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इनके बंद होने से पंजाब देश के बाकी हिस्सों से ‘कट’ गया है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य के व्यापार और उद्योग पर बड़ा प्रभाव पड़ा है।
आम आदमी पार्टी (आप) की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अरोड़ा ने कहा कि अगर व्यापार और उद्योग खत्म हो जाएंगे, तो पंजाब कैसे बचेगा।
उन्होंने पंजाब विधानसभा के दो दिवसीय सत्र के अंतिम दिन कृषि विपणन पर केंद्र की राष्ट्रीय नीति रूपरेखा के मसौदे के खिलाफ प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए यह बयान दिया।
गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान सरकार पर फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी के प्रावधान सहित उनकी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने के लिहाज से ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू (शंभू-अंबाला) और खनौरी (संगरूर-जींद) सीमा बिंदुओं पर डटे हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उनके मार्च को रोक दिया था।
अरोड़ा ने कहा कि पिछले एक साल से पंजाब देश से कटा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘शंभू और खनौरी सीमाएं बंद रहने से पंजाब कट गया है और इसका व्यापारियों, उद्योगपतियों और दुकानदारों के काम पर बहुत बड़ा असर पड़ा है।’’
अरोड़ा ने कहा, ‘‘अगर हम राजनीति को एक तरफ रख दें, तो पंजाब को बचाने की जरूरत है। पंजाब को कृषि की हिफाजत करके बचाया जा सकता है, इसे उद्योग को बचाकर बचाया जा सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम हर क्षेत्र को बचा लेंगे, तो पूरा पंजाब बच जाएगा।’’ अरोड़ा ने कहा कि सड़कें बंद होने के कारण राज्य के उद्योग खरीदारों के ऑर्डर रद्द होते देख रहे हैं।
अरोड़ा ने कहा, ‘‘अगर आप किसी भी उद्योग से पूछेंगे, तो वह आपको बताएगा कि कंपनियां अपने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर रद्द कर रही हैं क्योंकि ‘धरने’ हो रहे हैं और सड़कें बंद हैं, जिससे वे अपने ऑर्डर पूरे नहीं कर पा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर व्यापार या उद्योग खत्म हो गए, तो हम पंजाब को कैसे बचाएंगे?’’
आप नेता ने कहा, ‘‘सभी दलों के सदस्यों की सदन की एक समिति बनाई जानी चाहिए। उन्हें किसान नेताओं जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर से मिलना चाहिए। मुझे विश्वास है कि वे इसे स्वीकार करेंगे और हम उन दो महत्वपूर्ण सड़कों को फिर से खोलने और व्यापार को बचाने में सक्षम होंगे।’’
कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार ने शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं को बंद किया था।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने केंद्र की आलोचना करते हुए पूछा कि किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह एक सीमावर्ती राज्य है और इसे अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है।’’
भाषा वैभव