जम्मू कश्मीर में लोगों की हत्या और गुलमर्ग फैशन शो को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ
यासिर मनीषा
- 10 Mar 2025, 02:34 PM
- Updated: 02:34 PM
(तस्वीरों सहित)
जम्मू, 10 मार्च (भाषा) जम्मू कश्मीर विधानसभा में सोमवार को सदस्यों ने कठुआ में नागरिकों की हत्या और गुलमर्ग फैशन शो विवाद सहित विभिन्न मुद्दे उठाए, जिसके बाद विपक्ष तथा सत्ता पक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेशनल कांफ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और निर्दलीय दो सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और उन्होंने फैशन शो का मुद्दा उठाया। सदस्यों ने इसे ‘अश्लील’ करार दिया और आरोप लगाया कि इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
विधायकों ने रमजान के दौरान इस तरह के शो के आयोजन की जांच की मांग की।
पीडीपी विधायक मीर मोहम्मद फैयाज ने यह मांग उठाई और नेकां के विधायक तनवीर सादिक ने भी यह मुद्दा उठाया।
रमजान के महीने में गुलमर्ग में आयोजित फैशन शो की व्यापक आलोचना हुई और कश्मीर के मीरवाइज उमर फारूक ने कहा है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर ‘अश्लीलता’ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने कठुआ में हुई हत्याओं का मुद्दा उठाया, लेकिन उन्होंने सदन में प्रश्नकाल जारी रखने की पुरजोर वकालत की।
बिलावर के विधायक सतेश शर्मा ने कहा, ‘‘बिलावर में नागरिकों की हत्या ने चिंता बढ़ा दी है। इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। इसके बजाय, इस कृत्य में शामिल लोगों के खात्मे के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।’’
कठुआ के बिलावर के ऊपरी इलाके में एक जलाश्य के पास शनिवार को तीन नागरिकों के शव बरामद किए गए। ये तीनों नागरिक पांच मार्च को बिलावर में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद घर लौटते समय लापता हो गए थे।
कांग्रेस विधायक इरफान हाफिज ने कहा कि एक बच्चे की हत्या करना मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है।
नेकां-कांग्रेस, पीडीपी और भाजपा के सदस्यों के बीच 25 मिनट से अधिक समय तक वाकयुद्ध जारी रहा।
विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथेर ने सदन में व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई बार प्रयास किया और कहा कि वे प्रश्नकाल के बाद सदस्यों को अपनी बात रखने के लिए समय देंगे, लेकिन वहां हंगामा जारी रहा।
बाद में, अध्यक्ष ने सदन को बताया कि उन्हें कांग्रेस के निजामुद्दीन भट और नेकां के विधायक रामेश्वर सिंह की ओर से, नागरिक हत्याओं और बानी के विधायक रामेश्वर सिंह पर हमले के मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए कार्य स्थगन प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
बानी के विधायक पर प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने उस समय हमला किया जब वह शनिवार देर रात बिलावर के एक स्थानीय अस्पताल में मृतक के परिवार के सदस्यों से मिलने गए थे।
भाजपा के सतेश शर्मा ने विधायक पर अपने निर्वाचन क्षेत्र में मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "इस सदन को पीड़ितों को श्रद्धांजलि देकर एक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। जान गंवाने वालों में एक छोटा बच्चा भी था।"
विधानसभा अध्यक्ष ने दोहराया कि इस पर कोई बहस नहीं हो सकती।
मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि अगर विपक्ष के नेता को कठुआ में पीड़ितों के परिवारों से मिलने की अनुमति दी जा सकती है, तो सुरक्षा स्थिति का हवाला देते हुए उपमुख्यमंत्री को परिवारों से मिलने की अनुमति क्यों नहीं दी गई।
संक्षिप्त प्रश्नकाल के बाद, सदन में हंगामा होने लगा और विधायक शेख खुर्शीद को शोर मचाने के लिए मार्शल की मदद से सदन से बाहर भेज दिया गया। खुर्शीद ने हत्या की घटनाओं की निंदा करने की मांग की थी।
मंत्री सकीना इटू ने विधानसभा के बाहर कहा कि गुलमर्ग की घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं।
भाषा यासिर