रेल मंत्री अश्चिनी वैष्णव ने रेल दुर्घटनाओं को लेकर राजनीति नहीं करने की दी नसीहत
माधव ब्रजेन्द्र माधव वैभव
- 10 Mar 2025, 06:50 PM
- Updated: 06:50 PM
नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) राज्यसभा में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कुंभ के दौरान नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ जैसी रेल दुर्घटनाओं को लेकर राजनीति नहीं करने की नसीहत देते हुए कहा कि उनके मंत्रालय ने इस घटना से सीख लेते हुए तमाम उपाय किए हैं जिनमें देश के प्रमुख स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रतीक्षा क्षेत्र बनाना शामिल है।
वैष्णव ने उच्च सदन में रेलवे (संशोधन) विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह बात कही। रेल मंत्री के जवाब के बाद सदन ने विपक्षी सदस्यों के संशोधन प्रस्तावों को खारिज कर और सरकार द्वारा लाये गये प्रस्तावों को स्वीकार करते हुए इस विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
इससे पहले चर्चा का जवाब देते हुए वैष्णव ने कहा कि इस विधेयक से संसद के अधिकार तनिक भी कम नहीं होंगे।
रेल मंत्री ने महाकुंभ के दौरान नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ को लेकर राजद के मनोज कुमार झा द्वारा लगाये गये आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उस समय सीसीटीवी कैमरे बंद नहीं किए गए थे। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी की फुटेज उनके पास है।
वैष्णव ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है, इसलिए वह इस बारे में अधिक नहीं बोलना चाहेंगे किंतु किसी को इसे लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रमुख 60 स्टेशनों पर प्रतीक्षा क्षेत्र (होल्डिंग एरिया) बनाने का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली, गाजियाबाद, वाराणसी, अयोध्या सहित कुछ स्टेशनों पर इसकी प्रायोगिक परियोजना शुरू कर दी गयी है।
वैष्णव ने कहा कि नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना बहुत ही दुखद थी। उन्होंने कहा कि इस घटना से सीख लेते हुए मंत्रालय ने कई कदम उठाये हैं जिनमें रेलवे कर्मियों के लिए विशेष वर्दी बनवाना भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि कुंभ के दौरान 15 फरवरी को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की जान गयी थी।
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे के जोनल महाप्रबंधकों के पास दस साल पहले की तुलना में बहुत अधिक अधिकार हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे में बहुत बड़े स्तर पर विकेन्द्रीकरण किया गया है।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहयोगात्मक संघवाद में विश्वास करते हैं और इस विधेयक के माध्यम से किसी भी राज्य के अधिकार कम नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि इस बार के आम बजट में ऐसे किसी भी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया गया है जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं है। उन्होंने तमिलनाडु, ओडिशा, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन राज्यों का बजट बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि देश में ट्रेनों के परिचालन को प्रभावित किए बिना 50 हजार किलोमीटर पुरानी रेलवे पटरियों को नयी पटरियों में बदला गया। उन्होंने कहा कि यह अपने आप में एक ऐतिहासिक काम हुआ है।
वैष्णव ने कहा कि कांग्रेस सदस्य विवेक तन्खा ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि था कि किसी ‘टेक्नोक्रेट’ को मंत्री बनाने मात्र से रेलवे का विकास नहीं होगा।
वैष्णव ने कहा कि वह यह मानते हैं कि वह एक ‘टेक्नोक्रेट’ और पूर्व नौकरशाह हैं किंतु यदि उनकी प्रतिबद्धता में कोई कमी है तो उन पर अंगुली उठायी जाए।
उन्होंने कहा कि देश में 60 साल में रेलवे के विद्युतीकरण की दिशा में जो काम नहीं हुआ वह मोदी सरकार ने मात्र 11 साल में करके दिखा दिया। उन्होंने कहा कि लोकोपायलट के लिए बनाये गये कक्ष में पहले एसी नहीं होते थे किंतु आज ऐसे 500 से अधिक कक्ष हैं जो पूर्णत: वातानुकूलित हैं।
रेल मंत्री ने कहा कि आज रेलवे सुरक्षा में एक लाख 14 हजार करोड़ रूपये का निवेश किया गया है।
रेल दुर्घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय एक साल में औसतन 131 रेल दुर्घटनाएं होती थीं जिनकी संख्या आज घटकर 30 रह गयी है और सरकार इससे संतुष्ट नहीं है।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के रेल मंत्री रहने के दौरान टक्कर रोधी उपकरण लगाये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि ये सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे थे और पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने ही बाद में इसे खारिज कर दिया था।
भाषा माधव ब्रजेन्द्र माधव