चारधाम यात्रा: मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों से सभी व्यवस्थाएं पहले से पूरी करने को कहा
दीप्ति पारुल
- 10 Mar 2025, 07:35 PM
- Updated: 07:35 PM
देहरादून, 10 मार्च (भाषा) चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इस बार और बढ़ोतरी होने की संभावना के मद्देनजर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अधिकारियों को यातायात प्रबंधन सहित अन्य सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए पहले से सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्देश दिए और कहा कि प्रदेश की चारधाम यात्रा पर देश-दुनिया की नजर रहती है, जिसे देखते हुए इसे सुगम एवं सुरक्षित बनाने के लिए हर स्तर पर काम किया जाए।
उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधाम-गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ में पिछले साल करीब 50 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे। चारधाम यात्रा शुरू होने के पहले सप्ताह में ही तीन लाख से अधिक श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच गए थे, जिससे सड़कों पर वाहनों की कई-कई किलोमीटर लंबी कतारें लग गई थीं।
चारधाम यात्रा को 'प्रदेश की जीवनरेखा' और 'आर्थिकी का बड़ा माध्यम' बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल की यात्रा में आई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए आगे की योजना पर कार्य किया जाए।
उन्होंने कहा कि यात्राकाल में श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण व्यवस्था को और सुदृढ किया जाए, यातायात प्रबंधन बेहतर ढंग से किया जाए, यात्रा मार्गों पर पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से परेशानी न हो।
धामी ने कहा कि यात्रा मार्गों पर जारी सड़क निर्माण कार्यों को यात्रा शुरू होने से पहले ही पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं को अनावश्यक रूप से रुकना न पड़े और अगर यातायात प्रबंधन की दृष्टि से उन्हें रोकना भी पड़े, तो उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य जांच की भी समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने सतर्कता विभाग को हेलिकॉप्टर टिकट की कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त निगरानी करने, यात्रा मार्गों पर शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था करने, स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने, एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक का उपयोग न करने के प्रति श्रद्धालुओं को जागरूक कर हरित चारधाम यात्रा का संदेश देने, यात्रा मार्गों पर मोबाइल कनेक्टिविटी बनाए रखने, संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से निगरानी करने तथा श्रद्धालुओं को मौसम की रियल टाइम जानकारी देने की व्यवस्था करने को भी कहा।
इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व से हो रही है, जब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। दो मई को केदारनाथ धाम और चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।
भाषा
दीप्ति