भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद महू में हिंसा को लेकर दो व्यक्तियों के खिलाफ रासुका
अमित पवनेश
- 11 Mar 2025, 10:31 PM
- Updated: 10:31 PM
इंदौर, 11 मार्च (भाषा) आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद महू कस्बे में जश्न मनाने के दौरान आयोजित रैली के दौरान हुई हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के प्राधिकारियों ने मंगलवार को दो व्यक्तियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया।
भारतीय टीम की जीत का रविवार रात महू में जश्न मना रही रैली पर कथित तौर पर पथराव के बाद झड़पें शुरू हो गईं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि इंदौर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर एवं जिलाधिकारी आशीष सिंह ने आपराधिक गतिविधियों में लिप्त दो व्यक्तियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की है।
पुलिस अधीक्षक इंदौर (ग्रामीण) की रिपोर्ट के आधार पर सिंह ने महू के बत्तख मोहल्ला निवासी सोहेल कुरैशी और शहर के कंचन विहार खान कॉलोनी निवासी एजाज खान के खिलाफ रासुका, 1980 के प्रावधानों के तहत आदेश जारी किए हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत की जीत के बाद, जीत का जश्न मनाने के लिए मोटरसाइकिलों पर तिरंगा लेकर महू में लोगों द्वारा विजय जुलूस निकाला जा रहा था। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जुलूस में बच्चे और युवा सभी शामिल थे, तभी प्रतिवादियों (आरोपियों) ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोती महल चौराहे पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रची और जुलूस को रोकने के लिए पथराव किया और ईंटें फेंकी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इससे लोगों को चोटें आईं और सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा।
जिला प्रशासन ने बताया कि दोनों आरोपी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे और उनके खिलाफ गाली-गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने, मारपीट, तोड़फोड़, सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने, दंगा-फसाद करने और सार्वजनिक व्यवस्था में बाधा डालने जैसे विभिन्न आरोपों के तहत मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कृत्यों से क्षेत्र में सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका है और जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।
पुलिस उप महानिरीक्षक निमिष अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने पहले दोनों समूहों की शिकायतों पर सात प्राथमिकी दर्ज की हैं और 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।
भाषा अमित