बीएफआई चुनाव के निर्वाचक मंडल से बाहर रखने के बाद ठाकुर गुट ने निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया
आनन्द नमिता
- 13 Mar 2025, 09:54 PM
- Updated: 09:54 PM
नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) पूर्व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के गुट ने बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह द्वारा चुनावों के लिए उनके नामांकन को खारिज करने के बाद बृहस्पतिवार को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आरके गौबा से संपर्क किया, जो आगामी भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के चुनावों के लिए निर्वाचन अधिकारी हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश गौबा से मुलाकात के बाद ठाकुर गुट ने यह भी कहा कि वे 28 मार्च को होने वाले चुनावों से पहले विभिन्न कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष राजेश भंडारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने आज निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की और उनसे बात की। उन्हें अपना मत रखा। हमें पूरी उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस मामले में अगर जरूरत हुई तो हम अदालत से हस्तक्षेप की मांग करेंगे। अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश मुक्केबाजी संघ के सदस्य हैं। वे 2008 से इसके सदस्य हैं।’’
चुनाव के लिए नामांकन की अवधी 14 से 16 मार्च तक खुली रहेगी।
अजय सिंह द्वारा हस्ताक्षरित बीएफआई अधिसूचना में बुधवार को कहा गया कि ठाकुर महासंघ के चुनावों के लिए ‘अयोग्य’ हैं, क्योंकि उनका नामांकन मुक्केबाजी निकाय के संविधान के साथ-साथ राष्ट्रीय खेल संहिता का उल्लंघन है।
बीएफआई सचिव हेमंत कलिता ने हालांकि बुधवार देर रात एक और सूची जारी की जिसमें पूर्व खेल मंत्री का नाम शामिल था।
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर के बीएफआई अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश मुक्केबाजी संघ (एचपीबीए) ने ठाकुर को चुनाव के लिए मतदाता के रूप में नामित किया। एचपीबीए के अध्यक्ष भंडारी, जो बीएफआई के उपाध्यक्ष भी हैं, राज्य से नामित अन्य सदस्य थे।
चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची 22 मार्च को प्रकाशित की जाएगी।
चुनाव 28 मार्च को होने हैं, लेकिन नामांकन दाखिल करने और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि अभी बीएफआई द्वारा घोषित नहीं की गई है।
बीएफआई ने लैरी खारप्रान (मेघालय) और आशीष कुमार साहा (त्रिपुरा) के नामों को भी इसी कारण से खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि दिल्ली राज्य संघ द्वारा भेजे गए दो नाम रोहित जैनेंद्र जैन और नीरज कांत भट निर्वाचन अधिकारी से मंजूरी के अधीन थे।
भाषा आनन्द