अमृतसर में मंदिर के बाहर विस्फोट, विपक्ष ने 'आप' सरकार की आलोचना की
शुभम माधव
- 15 Mar 2025, 08:35 PM
- Updated: 08:35 PM
अमृतसर, 15 मार्च (भाषा) अमृतसर में एक मंदिर के बाहर हुए विस्फोट से इसकी दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं और खिड़कियों के शीशे टूट गए। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति ने मंदिर की ओर विस्फोटक उपकरण फेंका।
पंजाब पुलिस ने कहा कि उसे ठाकुरद्वार मंदिर पर हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की भूमिका पर संदेह है और उसने दोषियों को शीघ्र पकड़ने का संकल्प लिया।
हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे अमृतसर के खंडवाला क्षेत्र के निवासियों में दहशत फैल गई है।
पिछले चार महीनों में अमृतसर और गुरदासपुर में पुलिस चौकियों को निशाना बनाकर विस्फोट की कई घटनाएं हुई हैं, लेकिन मंदिर पर इस तरह का यह पहला हमला है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि यह घटना आप सरकार के तहत "बिगड़ती" कानून व्यवस्था की स्थिति को दर्शाती है।
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि यह आप सरकार के तहत कानून और व्यवस्था के "पतन" का सबूत है। भाजपा ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की, जबकि कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा ने गृह विभाग संभाल रहे मुख्यमंत्री मान के इस्तीफे की मांग की।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि शनिवार देर रात करीब दो बजे ठाकुर द्वार मंदिर के पुजारी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
घटना की सीसीटीवी फुटेज में दो अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल पर ठाकुर द्वार मंदिर की ओर आते हुए दिखाई देते हैं। कुछ सेकंड रुकने के बाद उनमें से एक व्यक्ति मंदिर की ओर कुछ विस्फोटक सामग्री फेंकता दिखता है और फिर वे मौके से भाग जाते हैं।
भुल्लर ने कहा कि पुलिस टीम विस्फोट में शामिल लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं और उन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "हमारी टीम उनका पीछा कर रही हैं। जैसे हमने पहले की घटनाओं का पता लगाया था, वैसे ही इस घटना का भी पता लगाया जाएगा।"
उन्होंने इस घटना के पीछे पाकिस्तान की आईएसआई की भूमिका होने का संदेह जताया।
उन्होंने कहा, "मैं सभी युवाओं को चेतावनी देना चाहता हूं कि वे पाकिस्तान की आईएसआई के जाल में न फंसें। पिछली सभी घटनाओं का पता लगा लिया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह बात सामने आई है कि आरोपी आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से थे और उन्होंने पैसे के लिए यह सब किया।"
भुल्लर ने कहा, "मैं उन्हें चेतावनी देना चाहता हूं कि वे अपना जीवन बर्बाद न करें। पुलिस उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।"
उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र कर लिए हैं तथा जांच जारी है।
भुल्लर ने कहा, "मैं इस घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों को चेतावनी देना चाहता हूं कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
अपुष्ट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हमले में ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया था।
भुल्लर ने बताया कि फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने एकत्र कर लिए हैं तथा आवश्यक जांच के बाद विस्फोटकों की प्रकृति का पता लगाया जाएगा।
भुल्लर ने बताया कि पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ले ली है।
हमले के समय मंदिर का पुजारी मंदिर के अंदर सो रहा था और विस्फोट की आवाज सुनकर जाग गया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि समय-समय पर पंजाब को अशांत करने के कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन राज्य पुलिस ने ऐसे तत्वों के खिलाफ समय पर कार्रवाई की है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "कानून एवं व्यवस्था की दृष्टि से पंजाब पूरी तरह सुरक्षित है।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य में आपसी भाईचारा और शांति कायम रखी जाएगी।
मान ने बाद में एक बयान में कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के कारण राज्य के प्रति शत्रुतापूर्ण कई ताकतें पंजाब की कड़ी मेहनत से अर्जित शांति को भंग करने के लिए नापाक साजिश रच रही हैं।
उन्होंने कहा कि सतर्क पंजाब पुलिस ने हमेशा ऐसे प्रयासों को विफल किया है।
मान ने कहा कि अमृतसर की घटना भी उन अलगाववादी ताकतों का काम है जो राज्य की शांति, प्रगति और समृद्धि को अस्थिर करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन ताकतों को उनके नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होने देगी और उनकी सभी साजिशों को नाकाम कर दिया जाएगा।
मान ने इस बात पर भी जोर दिया कि पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है।
मान ने अमृतसर कहा कि यह पंजाब को अशांत राज्य के रूप में दिखाने के लिए इसे अशांत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मान ने कहा, "लेकिन हमारी पंजाब पुलिस लगातार असामाजिक तत्वों के खिलाफ समय पर कार्रवाई करती है। होली के मौके पर जहां देश के अलग-अलग कोनों में हिंसक घटनाएं हुईं, वहीं पंजाब में सभी ने मिलकर होली खेली। कानून व्यवस्था के मामले में पंजाब पूरी तरह सुरक्षित है।"
घटना के बाद कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल ने आप सरकार पर निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, "मैं अमृतसर के खंडवाला स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर पर हुए बम हमले की कड़ी निंदा करता हूं। आप सरकार सीमावर्ती शहर में बार-बार हो रहे विस्फोटों को रोकने में विफल रही है। पंजाब में बिगड़ती कानून-व्यवस्था गंभीर चिंता का विषय है।"
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस बार एक मंदिर को निशाना बनाया गया।
वडिंग ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "अमृतसर में एक और ग्रेनेड हमला, इस बार खंडवाला इलाके में एक मंदिर को निशाना बनाकर किया गया। पंजाब में भय का माहौल व्याप्त है और लोग वास्तव में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार अपनी गहरी नींद से जागे और कार्रवाई करे।"
वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि यह "कानून और व्यवस्था की विफलता" है।
एक अन्य शिअद नेता दलजीत सिंह चीमा ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके और राज्य में शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश का पता लगाया जा सके।
चीमा ने कहा, "यह क्षेत्र में 13वां विस्फोट है और यह राज्य में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने का सबूत है।"
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने पंजाब में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों को बेनकाब करने के लिए सीबीआई जांच की मांग की।
बार-बार हो रहे हमलों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए चुघ ने कहा कि आप सरकार "राज्य में विघटनकारी तत्वों को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रही है।"
भाषा
शुभम