पूर्वोत्तर से 88 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ बरामद, ड्रग माफियाओं पर कोई रहम नहीं: अमित शाह
शोभना नेत्रपाल दिलीप
- 16 Mar 2025, 04:08 PM
- Updated: 04:08 PM
नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि इंफाल और गुवाहाटी क्षेत्रों में 88 करोड़ रुपये मूल्य की ‘मेथमफेटामाइन’ गोलियों की एक बड़ी खेप जब्त की गई और अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
शाह ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘मादक पदार्थ माफियाओं के लिए कोई दया नहीं। मोदी सरकार के नशामुक्त भारत के निर्माण के अभियान को गति देते हुए 88 करोड़ रुपये मूल्य की ‘मेथमफेटामाइन’ गोलियों की एक बड़ी खेप जब्त की गई और इंफाल तथा गुवाहाटी क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।’’
गृह मंत्री ने इस सफलता के लिए स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) को बधाई दी।
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एनसीबी इंफाल जोन के अधिकारियों ने 13 मार्च को एक अभियान चलाया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, एनसीबी टीम ने लिलोंग क्षेत्र के पास एक ट्रक को रोका और वाहन के पिछले हिस्से में एक टूलबॉक्स से 102.39 किलोग्राम मेथमफेटामाइन की गोलियां बरामद कीं।
बयान में कहा गया कि ट्रक में सवार दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बयान में कहा गया कि बिना देरी किए टीम ने तुरंत कार्रवाई की और लिलोंग क्षेत्र से प्रतिबंधित सामान के संदिग्ध प्राप्तकर्ता को पकड़ लिया।
बयान के अनुसार, मादक पदार्थ की तस्करी में इस्तेमाल होने वाला चार पहिया वाहन भी जब्त कर लिया गया और बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसमें कहा गया कि प्रतिबंधित सामग्री का संदिग्ध स्रोत मणिपुर का मोरेह शहर है। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए जांच जारी है।
बयान के मुताबिक, उसी दिन एक अन्य अभियान में एनसीबी-गुवाहाटी क्षेत्र के अधिकारियों ने सिलचर के पास असम-मिजोरम सीमा पर एक एसयूवी को रोका और वाहन के एक अतिरिक्त टायर के अंदर छुपाई गई 7.48 किलोग्राम मेथमफेटामाइन गोलियां जब्त कीं।
बयान के अनुसार, वाहन में सवार व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए जांच जारी है।
इस बीच, एक अन्य घटनाक्रम में एनसीबी, छह मार्च को ब्रिगेड बावंगकॉन आइजोल से लगभग 46 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ की जब्ती के मामले की जांच मिजोरम सरकार के आबकारी विभाग से अपने हाथ में ले रही है।
इस मामले में चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बयान में कहा गया कि मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय संबंधों की जांच के लिये एनसीबी द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
इसमें कहा गया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मादक पदार्थों की तस्करी की दृष्टि से भारत के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक बनकर उभरा है।
इस संवेदनशील पहलू को पहचानते हुए, गृह मंत्रालय ने क्षेत्र में ‘‘मादक पदार्थ के खिलाफ युद्ध’’ को और मजबूत करने के लिए 2023 में एनसीबी की ताकत बढ़ा दी।
बयान में कहा गया है कि एनसीबी अपनी पांच क्षेत्रीय इकाइयों और पूर्वोत्तर में एक क्षेत्रीय मुख्यालय के माध्यम से इस क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ लगातार काम कर रही है, विशेष रूप से उन लोगों के खिलाफ जो मेथमफेटामाइन टैबलेट जैसे ‘सिंथेटिक ड्रग्स’ की तस्करी में शामिल हैं, जिसे आमतौर पर याबा के नाम से जाना जाता है।
बयान में कहा गया है कि ये टैबलेट न केवल क्षेत्र की युवा आबादी के लिए, बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं।
भाषा शोभना नेत्रपाल