पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर बुलाई बैठक
रवि कांत रवि कांत सिम्मी
- 17 Mar 2025, 01:24 PM
- Updated: 01:24 PM
इस्लामाबाद, 17 मार्च (भाषा) पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति की बैठक बुलाई है।
यह बैठक मंगलवार को बंद कमरे में होगी।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में हाल में आतंकवादी हमलों में वृद्धि के बीच यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है।
पाकिस्तान के दैनिक समाचारपत्र 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नेशनल असेंबली के स्पीकर से मंगलवार को अपराह्न 1:30 बजे संसद भवन में यह सुरक्षा बैठक बुलाने को कहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी इस बैठक में संसदीय समिति को मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर व्यापक जानकारी देंगे।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली संसद का निचला सदन है।
यह घटनाक्रम पड़ोसी देश अफगानिस्तान की सीमा से सटे बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में हुए घातक आतंकवादी हमलों की श्रृंखला के मद्देनजर हुआ है।
‘डॉन’ की रिपोर्ट में नेशनल असेंबली के एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया गया कि चूंकि सुरक्षा पर कोई संसदीय समिति गठित नहीं की गई थी, इसीलिए नेशनल असेंबली के रक्षा और विदेश मामलों की स्थायी समितियों के सदस्य, संघीय कैबिनेट के सदस्य, चारों प्रांतों के मुख्यमंत्री और सभी संसदीय दलों के नेता अथवा उनके प्रतिनिधि बंद दरवाजे के भीतर होने वाली इस बैठक में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर इस बैठक में शामिल होंगे।
इस बीच, अखबार ने बताया कि सरकार प्रांत में बढ़ते आतंकवादी हमलों में शामिल बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान की योजना बना रही है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने 11 मार्च को गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास 440 यात्रियों को लेकर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया था। सेना द्वारा 12 मार्च को सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराने से पहले आतंकवादियों ने 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के चार जवानों को मार डाला था।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार को पांच अलग-अलग आतंकवादी हमलों में तीन सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी।
भाषा रवि कांत रवि कांत