10 साल में रेलवे में 5 लाख लोगों को रोजगार दिया गया, विपक्ष भ्रम फैला रहा : वैष्णव
अविनाश माधव
- 17 Mar 2025, 06:26 PM
- Updated: 06:26 PM
नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उसे रेल में भर्तियों को लेकर भ्रामक बयान नहीं देना चाहिए और पिछले 10 साल में रेलवे में पांच लाख लोगों को रोजगार दिया गया है।
वैष्णव ने कहा कि रेलवे और रक्षा ऐसे दो विभाग हैं जिन पर राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि ये देश की जरूरत, रीढ़ की हड्डी और जीवनरेखा हैं। उन्होंने कहा कि अगर इनमें राजनीति की गई तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा।
रेल मंत्रालय के कामकाज पर उच्च सदन में हुई चर्चा में भाग लेते हुए वैष्णव ने कहा कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि रेलवे ने भर्तियां नहीं की। विपक्ष के इस आरोप को ‘‘सत्य से परे एवं भ्रामक’’ बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में रेलवे में पांच लाख लोगों को रोजगार दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक लाख भर्तियों के लिए प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने कहा कि रेलवे में पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया जारी है।
वैष्णव ने कहा कि अभी रेलवे में करीब 12 लाख कर्मचारी हैं जिनमें से करीब 40 प्रतिशत ऐसे हैं जिनकी नियुक्ति पिछले 10 साल में की गयी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार रेलवे की अधिकतर कार्य क्षमता युवा है।
महाकुंभ मेले के दौरान नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुयी भगदड़ को दर्दनाक एवं दुखद बताते हुए उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज सहित घटना से संबंधित सभी डेटा सुरक्षित हैं और एक उच्चस्तरीय समिति उसकी जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना से सीख लेते हुए रेलवे ने विभिन्न एहतियाती कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार कम और मध्य आय वाले वर्ग को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि धनी लोग विमानों या कारों से भी यात्रा कर सकते हैं लेकिन श्रमजीवी एवं गरीब लोग रेलवे से ही यात्रा कर सकते हैं।
ट्रेनों में जनरल डिब्बों की संख्या घटाए जाने के विपक्ष के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह सरकार अंत्योदय की भावना के साथ काम करती है। उन्होंने कहा कि आम लोगों के मद्देनजर गैर-वातानुकूलित डिब्बों की संख्या बढ़ायी जा रही है और अभी गैर-वातानुकूलित एवं वातानुकूलित डिब्बों की संख्या 70:30 के अनुपात में है। उन्होंने कहा कि 17 हजार गैर-वातानुकूलित डिब्बे तैयार किए जा रहे हैं।
ट्रेनों की सुरक्षा के लिए लगायी जा रही कवच परियोजना को जटिल एवं विशाल नेटवर्क करार देते हुए उन्होंने कहा कि 10 हजार इंजन में इसे लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले पांच-छह साल में पूरे देश में इसे लागू किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल जैसे विपक्ष शासित राज्यों के सदस्यों के बयानों के संदर्भ में, वैष्णव ने विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने के लिए संबंधित राज्य सरकारों से सहयोग मांगा, जो विभिन्न कारणों से विलंबित हैं।
रेल मंत्री ने अपने भाषण के अंत में भूलवश सदस्यों से "रेल बजट" पारित करने का आग्रह किया जिस पर कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई और व्यवस्था के प्रश्न के तहत यह मुद्दा उठाने का प्रयास किया।
पीठासीन उपाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने इसकी अनुमति नहीं दी और कहा कि रेल मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा पूरी हो गयी है, इसलिए अब वापस लौटकर उन्हें अनुमति नहीं दी जा सकती।
इस मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं मिलने पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
भाषा अविनाश