फडणवीस औरंगजेब तुलना: महाराष्ट्र विधानमंडल में हंगामा, कांग्रेस के सपकाल ने अपना बचाव किया
राजकुमार रंजन
- 17 Mar 2025, 07:46 PM
- Updated: 07:46 PM
मुंबई, 17 मार्च (भाषा) मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की तुलना मुगल बादशाह औरंगजेब से करने संबंधी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल की टिप्पणी को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र विधानमंडल हंगामा हुआ तथा सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ के सदस्यों ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मौजूदा बजट सत्र में विधानमंडल के दोनों सदनों में सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों द्वारा सपकाल के विरूद्ध कार्रवाई की मांग के साथ जबर्दस्त हंगामा हुआ। हालांकि सपकाल ने दावा किया कि वह फडणवीस एवं औरंगजेब के बीच नहीं, बल्कि उनके प्रशासन में ‘समानताओं’ की तुलना कर रहे थे।
उपमुख्यमंत्री तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार और राजस्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने सपकाल के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अजित पवार ने विधानसभा में कहा, ‘‘ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को खुश करने और सुर्खियों में आने के लिए कुछ टिप्पणियां की जाती हैं। लेकिन उनका वोट प्रतिशत घट जाता है और उनके असली रंग नजर आ जाते हैं। यदि इस तरह की गलत टिप्पणी महत्वपूर्ण पदों पर व्यक्तियों के खिलाफ की गयी है, तो उन्हें सत्यापित किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।’’
सपकाल ने रविवार को कहा था, ‘‘औरंगजेब एक क्रूर शासक था। आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उतने ही क्रूर शासक हैं। वह हमेशा धर्म से जुड़े मुद्दों का सहारा लेते हैं, लेकिन सरपंच संतोष देशमुख की हत्या जैसे मामलों पर कुछ नहीं करते।’’
कांग्रेस नेता भाई जगताप ने इस आरोप का खंडन किया और दावा किया कि सपकाल ने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया।
दिन का सत्र शुरू होते ही विधानपरिषद में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ग्रुप (सदस्य दल) के नेता प्रवीण डेरेकर ने सदन में इस मुद्दे को उठाया।
डेरेकर ने कहा, ‘‘राज्य का शासनकाज कुशल ढंग से चला रहे मुख्यमंत्री की तुलना औरंगजेब से करना एक अत्यधिक निंदनीय कृत्य है और महाराष्ट्र का अपमान है।’’
उन्होंने यह भी मांग की कि ‘‘एक उदाहरण स्थापित करने के लिए ’’ सपकाल के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और सख्त कार्रवाई की जाए।
महायुति के घटक दल राकांपा के अमोल मितकरी ने भी सपकाल के बयान की आलोचना की।
विपक्ष के नेता अंबदास दानवे ने व्यक्तिगत हमलों के बारे में अपनी अस्वीकृति प्रकट की लेकिन सरकार की ‘औरंगजेब जैसी मानसिकता’ होने का आरोप लगाया।
राकांपा (एसपी) के विधायक शशिकांत शिंदे ने इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं।
बावनकुले ने विधानपरिषद में आश्वासन दिया कि सरकार ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणियों को लेकर सपकाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगी।
‘महायुति’ द्वारा की जा रही निंदा के बीच सपकाल ने सोमवार को कहा कि वह फडणवीस एवं औरंगजेब के बीच नहीं, बल्कि उनके प्रशासन में ‘समानताओं’ की तुलना कर रहे थे।
उन्होंने यहां प्रेसवार्ता में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में मौजूदा क्रूर शासन व्यवस्था बेहद परेशान करने वाली है। संतोष देशमुख की जघन्य हत्या, स्वारगेट बलात्कार कांड, किसानों की आत्महत्या और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार फडणवीस सरकार के शासन की भयावह तस्वीर पेश करते हैं। इस संदर्भ में, फडणवीस के शासन की तुलना औरंगजेब के शासन से करना उनके शासन के बीच समानताओं को उजागर करता है, न कि व्यक्तियों के बीच।’’
उन्होंने दावा किया,‘‘ लेकिन अब कुछ भाजपा नेता फडणवीस की तुलना औरंगजेब से कर रहे हैं। ’’
उन्होंने फडणवीस का असम्मान करने के आरोपों का खंडन किया।
भाजपा प्रदेश प्रमुख बावनकुले की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए सपकाल ने उन्हें यह बताने की चुनौती दी कि फडणवीस के शासन की आलोचना करने से मराठी पहचान को किस प्रकार ठेस पहुंचती है।
उन्होंने पूछा कि जब अभिनेता राहुल सोलापुरकर और प्रशांत कोराटकर ने छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया तो बावनकुले चुप क्यों रहे।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत कई दक्षिणपंथी संगठन छत्रपति संभाजीनगर के खुलताबाद में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रहे हैं।
भाषा राजकुमार