उत्तर प्रदेश: राज्यपाल का महिलाओं पर होने वाले अपराधों के खिलाफ नरमी नहीं बरतने का आह्वान
सं आनन्द सलीम जितेंद्र
- 17 Mar 2025, 10:21 PM
- Updated: 10:21 PM
महराजगंज / सिद्धार्थनगर, 17 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए सोमवार को कानूनों को सख्ती से लागू करने का आह्वान किया और अधिकारियों से बिल्कुल भी नरमी नहीं बरतने का दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में सोमवार को महराजगंज में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
राज्यपाल ने बैठक में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए आवश्यक दवाओं और अनुपूरक आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पटेल ने महराजगंज में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “अगर हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे पढ़ें तो हमें आंगनवाड़ियों पर ध्यान देना होगा और उन्हें मजबूत बनाना होगा।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सतर्क रहना चाहिए और बाल विवाह, मादक पदार्थों के इस्तेमाल जैसे मुद्दों पर अंकुश लगाने के लिए गांव स्तर पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए।
पटेल ने कहा, “हमें लोगों को जागरूक करना चाहिए और जमीनी स्तर पर पहल करनी चाहिए। अगर जरूरत पड़े तो हमें गांवों में जागरूकता मार्च निकालना चाहिए। पुलिस अधिकारियों को सक्रिय रहना चाहिए और बिल्कुल भी नरमी नहीं बरतने की नीति के साथ महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकना चाहिए।”
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनबाड़ी के बच्चों के भविष्य को आकार देने का एक शक्तिशाली साधन है और उन्होंने आंगनवाड़ी को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगदान की सराहना की।
पटेल ने आंगनवाड़ियों के पाठ्यक्रम को डिजाइन करने का भी आह्वान किया ताकि बच्चों को हमारे आदर्शों के बारे में कहानियां और कविताएं सुनाई जा सकें और वे अच्छे नागरिक बन सकें।
राज्यपाल पटेल ने बाद में सिद्धार्थनगर का दौरा किया जहां उन्होंने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा केंद्रों को मजबूत करने के लिए आंगनबाड़ी संसाधन किट वितरित की।
पटेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 2047 के लिए भारत के विकास लक्ष्यों की ओर युवा प्रतिभाओं का मार्गदर्शन करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
राजभवन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, पटेल ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक बच्चे को आंगनबाड़ी केंद्रों और विद्यालयों से जोड़ा जाना चाहिए।
राज्यपाल ने शिक्षा, पोषण और समग्र बाल विकास में आंगनवाड़ी केंद्रों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कार्यकर्ता प्रशिक्षण में सुधार और ‘प्रीस्कूल किट’ के प्रभावी उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
उन्होंने इसके अलावा बच्चों के भविष्य को आकार देने के लिए सकारात्मक घरेलू माहौल के महत्व पर प्रकाश डाला।
पटेल ने टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए ‘निक्षय मित्रों’ की सराहना की और जागरूकता कार्यक्रमों में ज्यादा से ज्यादा सामुदायिक भागीदारी का आग्रह किया।
भाषा सं आनन्द सलीम