पवित्र ग्रंथ जलाने की अफवाह के बीच नागपुर में प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की झड़प, चार घायल
अमित प्रशांत
- 17 Mar 2025, 10:08 PM
- Updated: 10:08 PM
नागपुर, 17 मार्च (भाषा) औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाये जाने की अफवाह के बाद मध्य नागपुर में सोमवार को तनाव उत्पन्न हो गया और पुलिस पर पथराव किया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान चार लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने चिटनिस पार्क और महल इलाकों में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा दोपहर बाद कथित तौर पर कोतवाली और गणेशपेठ तक फैल गई।
अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार चिटनिस पार्क से शुक्रवारी तालाओ रोड क्षेत्र हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित है, जहां दंगाइयों ने कुछ चार पहिया वाहनों में आग लगा दी। अधिकारियों ने बताया कि निवासियों के घरों पर भी पथराव किया गया।
पुलिस हजारों की भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश कर रही है।
अधिकारियों ने अनुसार यह उपद्रव दोपहर बाद शुरू हुआ, जब बजरंग दल के सदस्यों ने महल इलाके में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। पुलिस के अनुसार, अफवाह फैली कि आंदोलन के दौरान कुरान को जलाया गया। पुलिस के अनुसार बजरंग दल के प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हुए, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोगों में आक्रोश फैल गया।
पुलिस के अनुसार शाम को गणेशपेठ थाने में पवित्र ग्रंथ जलाने का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद, बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग महल, कोतवाली, गणेशपेठ और चिटनिस पार्क समेत शहर के विभिन्न इलाकों में इकट्ठा होने लगे।
पुलिस ने बताया कि उपद्रव को भांपते हुए पुलिस ने गश्त तेज की और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को बुलाया।
एक अधिकारी ने बताया कि चिटनिस पार्क और महल इलाकों में पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
एक अधिकारी ने बताया कि अन्य इलाकों में भी हिंसा की सूचना है।
बजरंग दल के पदाधिकारियों ने हालांकि आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि उन्होंने अपने प्रदर्शन के तहत केवल औरंगजेब का पुतला जलाया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी), दंगा नियंत्रण पुलिस और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न थानों से अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को भी बुलाया गया है।
भाषा अमित