नागपुर हिंसा : मायावती, प्रियंका चतुर्वेदी ने फडणवीस सरकार पर साधा निशाना
रवि कांत नेत्रपाल मनीषा
- 18 Mar 2025, 11:41 AM
- Updated: 11:41 AM
मुंबई, 18 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की मांग के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कहा कि किसी की कब्र को नुकसान पहुंचाना सही नहीं है क्योंकि इससे राज्य में शांति और सद्भाव खराब हो रहा है।
मायावती ने कहा कि सरकार को ऐसे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने हिंसा प्रभावित नागपुर में भी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
शिवसेना (उबाठा) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने भी नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा।
चतुर्वेदी ने दावा किया कि महाराष्ट्र को रणनीतिक रूप से निवेश के लिए अनाकर्षक बनाने की दिशा में ले जाया जा रहा है, ताकि पड़ोसी राज्य गुजरात को लाभ उठाने में मदद मिल सके।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़क उठी जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान एक समुदाय का धर्मग्रंथ जलाया गया है। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया जिससे छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने नागपुर के महाल क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान के दौरान 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मायावती ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, '' महाराष्ट्र में किसी की भी कब्र व मजार आदि को क्षति पहुंचाना व तोड़ना ठीक नहीं है, क्योंकि इससे वहां आपसी भाईचारा, शांति और सौहार्द आदि बिगड़ रहा है। सरकार ऐसे मामलों में खासकर नागपुर के अराजक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे वरना हालात काफी बिगड़ सकते हैं, जो ठीक नहीं होगा।''
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को नागपुर हिंसा के लिए जिम्मेदार उपद्रवी और अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा हालात बेहद खराब हो सकते हैं।
शिवसेना (उबाठा) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र की महायुति सरकार पर निशाना साधते हुए 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ हिंसा भड़काना, राज्य में अस्थिरता पैदा करना, नागरिकों को पिछले इतिहास में उलझाए रखना और राज्य की वित्तीय दुर्दशा, बढ़ते कर्ज के बोझ, बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की आत्महत्या जैसे कठिन सवालों से बचना...। महाराष्ट्र को रणनीतिक रूप से निवेश के लिए अनाकर्षक बनाने की दिशा में ले जाया जा रहा है, इसका उद्देश्य पड़ोसी राज्य को लाभ उठाने में मदद करना है।’’
राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘ पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सभी व्यवसायों को महाराष्ट्र से गुजरात की ओर ले जाया गया और मौजूदा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य को निवेश के लिए अलाभकारी बना दिया गया है, जिससे व्यवसायों को बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यह बेशर्मी है।’’
भाषा रवि कांत नेत्रपाल