पाकिस्तान में हुए हालिया आतंकी हमलों के बाद जम्मू कश्मीर में सुरक्षा अलर्ट जारी
आशीष सुभाष
- 18 Mar 2025, 03:53 PM
- Updated: 03:53 PM
जम्मू, 18 मार्च (भाषा) आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष कमांडर के मारे जाने समेत पाकिस्तान में हाल में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा संबंधी हाई अलर्ट जारी किया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सुरक्षा प्रतिष्ठान के अधिकारियों ने बताया कि राजनीतिक नेताओं सहित सुरक्षा प्राप्त सभी व्यक्तियों को चौकस रहने और अपनी सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को क्षेत्र में गश्त और तलाश अभियान तेज करके, विशेष रूप से आसान लक्ष्यों पर किसी भी हमले को अंजाम देने के राष्ट्र विरोधी तत्वों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए कड़ी निगरानी और ‘‘असाधारण’’ सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि बलूचिस्तान में ट्रेन अपहरण और लश्कर के शीर्ष कमांडर जिया-उर-रहमान उर्फ नदीम उर्फ अबू कताल उर्फ कताल सिंधी की हत्या सहित हाल में हुए कई आतंकवादी हमलों के बाद सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है।
रहमान, जनवरी 2023 में राजौरी में सात लोगों की हत्या और जून 2024 में रियासी में नौ तीर्थयात्रियों की हत्या सहित जम्मू कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा वांछित था। वह शनिवार शाम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में बंदूकधारियों के हमले में अपने अंगरक्षक के साथ मारा गया।
रहमान को लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 26 नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के सरगना हाफिज सईद का सबसे भरोसेमंद कमांडर माना जाता था। उसने वर्ष 2000 की शुरुआत में जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ किया था और 2005 में भाग गया था।
खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए, अधिकारियों ने, अपने कमांडर की हत्या के लिए आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा प्राप्त किसी व्यक्ति पर हमले या लक्षित हमले की आशंका की ओर इशारा किया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा प्राप्त सभी व्यक्तियों को एक परामर्श जारी किया गया है, जिसमें उनसे कहा गया है कि वे अपनी यात्रा के कार्यक्रम सुरक्षा नियंत्रण कक्ष या जिला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पहले ही दे दें, ताकि संबंधित एजेंसियों के साथ व्यवस्था की जा सके।
अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर महत्वपूर्ण संस्थानों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
भाषा आशीष