यूरोप में 1997 के बाद से खसरे का सबसे बुरा प्रकोप : डब्ल्यूएचओ
द कन्वरसेशन अमित दिलीप
- 18 Mar 2025, 05:46 PM
- Updated: 05:46 PM
(माइकल हेड, साउथम्प्टन विश्वविद्यालय)
साउथम्पटन, 18 मार्च (द कन्वरसेशन) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक नयी रिपोर्ट के अनुसार, 1997 के बाद से यूरोप में खसरे के मामलों की संख्या सबसे अधिक है।
साल 2024 में 127,350 मामले थे - जो 2023 की तुलना में लगभग दोगुना है।
यूरोप के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. हंस हेनरी पी. क्लुगे ने कहा, "खसरा वापस आ गया है और यह एक चेतावनी है। उच्च टीकाकरण दरों के बिना, कोई स्वास्थ्य सुरक्षा नहीं है।"
पिछले साल खसरे से 38 मौतें हुई थीं।
इसका संक्रमण कोविड की तरह ही फैलता है। इसके संक्रमण के कारण हल्के मामलों में शरीर पर दाने आते हैं और बुखार होता है, जबकि गंभीर मामलों में इन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन), निमोनिया और अंधापन होता है।
अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की आशंका मुख्य रूप से उन लोगों में होती है, जिन्होंने टीके नहीं लिये हैं, तथा विकसित देशों में खसरे के मामलों में मृत्यु दर लगभग 1,000 में से एक से लेकर 5,000 में से एक तक होती है।
खसरे से संक्रमित प्रत्येक व्यक्ति औसतन 12 से 18 अन्य लोगों में वायरस फैला सकता है। यह कोविड से ज़्यादा संक्रामक है। उदाहरण के लिए, कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति वायरस को लगभग आठ अन्य लोगों में फैला सकता है।
वर्ष 2022 में डब्ल्यूएचओ ने खसरे को ‘‘दुनिया के हर क्षेत्र में आसन्न ख़तरा’’ बताया था। कोविड के व्यापक प्रभाव ने लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को कठिन बना दिया, जिससे टीकाकरण जैसी नियमित स्वास्थ्य सेवाओं के ठीक से काम करने की क्षमता कम हो गई।
डब्ल्यूएचओ यूरोप के ये नए चौंकाने वाले आंकड़े कम टीकाकरण दरों का अपरिहार्य परिणाम हैं। खसरा लगभग पूरी तरह से टीकाकरण से रोका जा सकता है, जिसकी दो खुराकें संक्रमण के खिलाफ 99 प्रतिशत से अधिक सुरक्षा प्रदान करती हैं। टीकाकरण का सुरक्षा रिकॉर्ड बहुत अच्छा है और गंभीर नुकसान बहुत दुर्लभ है।
स्थानीय संक्रमण को कम रखने के लिए टीकाकरण की आवश्यकता वाली आबादी का अनुपात लगभग 95 प्रतिशत है।
डब्ल्यूएचओ यूरोप ने कुछ ऐसे उदाहरण का उल्लेख किया है, जहां टीकाकरण कवरेज में स्पष्ट अंतर हैं। बोस्निया और हर्जेगोविना, मोंटेनेग्रो, उत्तरी मकदूनिया और रोमानिया में, 2023 में 80 प्रतिशत से कम पात्र बच्चों को टीका लगाया गया था, पिछले पांच या उससे अधिक वर्षों से यह दर 50 प्रतिशत से कम है। साल 2024 में यूरोप में रोमानिया में खसरे के सबसे अधिक (अनुमानित 30,692) मामले थे।
गलत सूचना एक महत्वपूर्ण कारक है, जो टीकाकरण को कम करता है। उदाहरण के लिए, ब्रिटेन में, पूर्व चिकित्सक एंड्रयू वेकफील्ड ने 2002 में गलत डेटा प्रस्तुत किया था, जिसमें दावा किया गया था कि एमएमआर (खसरा, गलसुआ और रूबेला) टीकाकरण ऑटिज्म का कारण बनता है। उन्होंने किसी तरह से इन दावों को ‘द लैंसेट’ में प्रकाशित करवा लिया - हालांकि बाद में इस पेपर को वापस ले लिया गया।
द कन्वरसेशन अमित