अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंततः पृथ्वी की ओर रवाना हुए
एपी धीरज सुभाष
- 18 Mar 2025, 08:22 PM
- Updated: 08:22 PM
केप कैनवेरल, 18 मार्च (एपी) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर पिछले नौ महीने से फंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतत: मंगलवार को ‘स्पेसएक्स’ के यान से पृथ्वी के लिए रवाना हो गए।
दोनों अंतरिक्ष यात्री नौ महीने पहले बोइंग की एक परीक्षण उड़ान के जरिये अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचे थे।
बुच विल्मोर और भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ स्पेसएक्स कैप्सूल पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को अलविदा कहा।
कैप्सूल अमेरिका के पूर्वी तटीय समयानुसार, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात एक बजे (भारतीय समुयानुसार पूर्वाह्न 10:30बजे) के कुछ समय बाद अंतरराष्ट्रीय केंद्र से अलग हुआ और इसके मौसम अनुकूल होने पर पूर्वी तटीय समयानुसार पांच बजकर 57 मिनट (भारतीय समयानुसार मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात तीन बजकर 27 मिनट पर) पर फ्लोरिडा तट पर उतरने का कार्यक्रम है।
दोनों अंतरिक्ष यात्री पांच जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष में गए थे और उन्हें एक सप्ताह के बाद ही लौटने की उम्मीद थी। अंतरिक्ष स्टेशन के रास्ते में इतनी सारी समस्याएं आईं कि नासा ने अंततः स्टारलाइनर को खाली वापस धरती पर लगाया और परीक्षण पायलटों को स्पेसएक्स में स्थानांतरित कर दिया, जिससे उनकी घर वापसी फरवरी तक टल गई। इसके बाद स्पेसएक्स कैप्सूल संबंधी समस्याओं के कारण एक महीने की और देरी हुई।
रविवार को दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को राहत मिली, जब राहत दल अंतरिक्ष केंद्र पहुंचा जिसका अभिप्राय था कि विल्मोर और विलियम्स आखिरकार लौट सकते हैं। नासा ने इस सप्ताह के अंत में अनिश्चित मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए उन्हें थोड़ा पहले ही लौटने की योजना पर अमल करा दी। उन्होंने नासा के निक हेग और रूस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव के साथ चेक आउट किया, जो पिछले साल अपने स्पेसएक्स कैप्सूल में आए थे। इसमें स्टारलाइनर से आए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के लिए दो खाली सीटें आरक्षित थीं।
नासा की ऐनी मैकक्लेन ने अंतरिक्ष केंद्र से उस समय पुकारा, जब कैप्सूल प्रशांत महासागर से 260 मील (418 किलोमीटर) ऊपर रवाना हुआ, ‘‘हम आपको याद करेंगे, लेकिन घर वापसी की आपकी यात्रा सुखद रहे।’’
उनकी स्थिति ने दुनिया का ध्यान खींचा, जिससे ‘‘काम पर अटके रहना’’ वाक्यांश को नया अर्थ मिला। अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने दशकों में लंबी अंतरिक्ष उड़ानें भरी थीं, लेकिन किसी को भी इतनी अनिश्चितता से नहीं जूझना पड़ा या अपने मिशन की अवधि को इतना अधिक बढ़ते हुए नहीं देखना पड़ा।
विल्मोर और विलियम्स ने अंतरिक्ष केंद्र में जल्द ही मेहमान से पूर्ण रूप से सदस्य बन गए, प्रयोग किए, उपकरण ठीक किए और साथ में अंतरिक्ष में चहलकदमी भी की। नौ अंतरिक्ष चहलकदमी में 62 घंटे बिताकर विलियम्स ने एक रिकॉर्ड बनाया। साथ ही सबसे अधिक समय तक अंतरिक्ष में समय बिताने वाली महिला का भी रिकॉर्ड बनाया।
एपी धीरज