रुपया 12 पैसे की बढ़त के साथ 86.44 प्रति डॉलर पर
राजेश राजेश अजय
- 19 Mar 2025, 06:22 PM
- Updated: 06:22 PM
मुंबई, 19 मार्च (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपये में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही। घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच रुपया 12 पैसे मजबूत होकर 86.44 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय से पहले प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती ने रुपये में तेज बढ़त पर अंकुश लगा दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 86.60 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान 86.68 के दिन के निचले स्तर को छू गया। यह 86.43 के दिन के उच्चतम स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में 86.44 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 12 पैसे की बढ़त है।
रुपया मंगलवार को 25 पैसे की बढ़त के साथ 86.56 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि मजबूत घरेलू शेयर बाजारों, कच्चे तेल की कीमतों में रातोंरात गिरावट और एफआईआई निवेश बढ़ने से रुपये को समर्थन मिला।
चौधरी ने कहा कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और ताजा एफआईआई निवेश के कारण रुपये के सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट और डॉलर में कमजोरी से भी रुपये को समर्थन मिल सकता है। एफओएमसी बैठक से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को यथावत रखने की उम्मीद है। डॉलर-रुपया हाजिर कीमत 86.20 से 86.80 के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 103.26 हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.77 प्रतिशत घटकर 70.02 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 147.79 अंक बढ़कर 75,449.05 अंक पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 73.30 अंक बढ़कर 22,907.60 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 694.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश