शिंदे का अपमान करने के लिए कामरा को माफी मांगनी चाहिए: फडणवीस
योगेश पारुल
- 24 Mar 2025, 05:28 PM
- Updated: 05:28 PM
मुंबई, 24 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ की गई अपमाजनक टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
फडणवीस ने यह भी कहा कि ऐसे निंदनीय कृत्यों का समर्थन करने वाले ‘अर्बन नक्सलियों’ और ‘वामपंथी उदारवादियों’ को सबक सिखाया जाएगा।
मुख्यमंत्री का यह बयान शिंदे के खिलाफ कामरा की कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच आया है।
उन्होंने राज्य विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कामरा का यह कृत्य निंदनीय है।
कामरा ने मुंबई के खार इलाके में यूनिकॉन्टिनेंटल होटल के हैबिटेट स्टूडियो में अपने कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री एवं शिवसेना नेता शिंदे को कथित तौर पर ‘गद्दार’ कहा था और उन्हें लेकर एक व्यंग्यात्मक पैरोडी भी गाई थी।
कामरा ने 2022 में शिंदे की ओर से तत्कालीन मुख्यमंत्री और (अविभाजित) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ की गई बगावत का वर्णन करने के लिए फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के एक गाने के संशोधित संस्करण का इस्तेमाल किया था।
फडणवीस ने कहा, ‘‘2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों ने दिखा दिया कि कौन ‘गद्दार’ है और कौन ‘खुद्दार’ है। लोगों ने शिंदे के (शिवसेना संस्थापक) बाल ठाकरे की विरासत का सच्चा उत्तराधिकारी होने पर मुहर लगाई। उन्होंने बाल ठाकरे की विचारधारा के साथ विश्वासघात करने वालों को हराया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोगों को व्यंग्य और ‘कॉमेडी’ करने की स्वतंत्रता है, लेकिन जानबूझकर (किसी व्यक्ति का) अपमान करने की इजाजत नहीं है। कामरा ने संविधान की वह लाल प्रति दिखाई, जिसे राहुल गांधी रखते हैं। दोनों ने संविधान नहीं पढ़ा है। वह (कामरा) किताब दिखाकर अपने कृत्य को उचित नहीं ठहरा सकते।’’
फडणवीस ने कहा, ‘‘संविधान कहता है कि जब आप दूसरों की स्वतंत्रता पर हमला करते हैं, तो आपकी खुद की स्वतंत्रता बाधित होती है। कामरा राहुल गांधी की संविधान की प्रति दिखाकर अपने कृत्य को उचित नहीं ठहरा सकते और कार्रवाई से बच नहीं सकते।’’
विधानसभा में कामरा की कथित अपमानजनक टिप्पणी का मुद्दा उठने के बाद फडणवीस ने सदन में दोहराया कि स्टैंड-अप कॉमेडियन ने शिंदे का अपमान किया है।
उन्होंने कहा, “हमें राजनीतिक व्यंग्य पर कोई आपत्ति नहीं है। हम इसे पसंद करते हैं और इसकी सराहना करते हैं। लेकिन संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान करना और संस्थाओं को निशाना बनाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे कृत्यों का समर्थन करने वाले ‘अर्बन नक्सलियों’ और ‘वामपंथी उदारवादियों’ को सबक सिखाया जाएगा।”
फडणवीस ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने सवाल किया कि माता-पिता के बारे में रणवीर इलाहाबादिया की आपत्तिजनक टिप्पणियों को कैसे बर्दाश्त किया जा सकता है?’’
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम दबाव में नहीं आएंगे और सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे।”
उन्होंने कहा कि कामरा का प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश और न्यायपालिका के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां करने का इतिहास रहा है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि प्रचार के लिए जानबूझकर विवाद खड़ा करना कामरा की आदत है।
उन्होंने कहा कि कामरा ने अब उपमुख्यमंत्री शिंदे को निशाना बनाया है, लेकिन महाराष्ट्र की जनता 2024 के विधानसभा चुनाव के जनादेश के जरिये दिखा चुकी है कि कौन ‘खुद्दार’ है और कौन ‘गद्दार’ है।
फडणवीस ने पूछा, “क्या कामरा महाराष्ट्र के लोगों से बड़े हैं?”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने दिखा दिया है कि शिंदे ही शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की विचारधारा के सच्चे उत्तराधिकारी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “कामरा का मकसद लोगों की नजरों में शिंदे का कद छोटा करना था। विपक्ष ऐसी बातों का समर्थन कर रहा है और ऐसा लगता है कि क्या कामरा विपक्ष के साथ मिले हुए हैं। उन्होंने संविधान की लाल प्रति के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसे राहुल गांधी अपने पास रखते हैं।”
फडणवीस ने कहा, “जब आप दूसरों की स्वतंत्रता पर हमला करते हैं, तो आपकी स्वतंत्रता भी बाधित होती है। अगर आप प्रचार पाने के लिए सुपारी लेकर संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान करते हैं, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “स्टैंड-अप कॉमेडी और व्यंग्य पर कोई आपत्ति नहीं करेगा। लेकिन अगर हम अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में लापरवाहीपूर्वक व्यवहार करते हैं, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
विधानसभा में शिवसेना के अर्जुन खोतकर ने इस मुद्दे को उठाया था और कामरा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
मंत्री शंभूराज देसाई ने भी खोतकर की मांग का समर्थन किया था।
सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने कामरा पर कार्रवाई की मांग को लेकर अपनी सीट पर खड़े होकर नारेबाजी की।
इसके बाद अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि मुंबई पुलिस ने सोमवार को शिंदे के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए कामरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शिवसेना के पदाधिकारी राहुल कनाल और 11 अन्य को मुंबई के उस होटल में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जहां कामरा ने शिंदे के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
भाषा योगेश