पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भाजपा की केरल इकाई के प्रमुख के तौर पर पदभार संभाला
राजकुमार दिलीप
- 24 Mar 2025, 08:00 PM
- Updated: 08:00 PM
(तस्वीरों के साथ)
तिरुवनंतपुरम, 24 मार्च (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केरल इकाई के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद घोषणा की कि केरल में (भाजपा नीत) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को सत्ता में लाना उनका मिशन है।
केरल की राजनीति में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा और कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा का दबदबा है।
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हें राज्य में भाजपा नीत गठबंधन को जीत दिलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल का संकल्प व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि उन्हें यह भूमिका ग्रहण करते हुए गर्व है।
उन्होंने कहा,‘‘मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए मैं अपने आलाकमान- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और अन्य का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।’’
उन्होंने कहा, "मैं सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्षों और पार्टी के लिए अपना जीवन बलिदान करने वालों का भी आभार व्यक्त करता हूं। उनका समर्पण मेरे आगे के सफर में मार्गदर्शक शक्ति का काम करेगा।’’
केरल में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का जिक्र करते हुए चंद्रशेखर ने हाल के लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा हमेशा से कार्यकर्ताओं की पार्टी रही है और भविष्य में भी ऐसी ही रहेगी।’’
केरल की वाममोर्चा सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि कर्ज पर निर्भर रहकर राज्य का अस्तित्व कितने समय तक रह सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘केरल का विकास रुक गया है। चुनौतियां बनी हुई हैं, लेकिन भाजपा का मिशन राज्य को बदलना है। बिना अवसरों के युवा नहीं रुकेंगे। ..हमें ऐसा केरल चाहिए, जो निवेश आकर्षित करे और रोजगार पैदा करे।’’
इससे पहले, पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक प्रह्लाद जोशी ने यहां आयोजित भाजपा की राज्य परिषद की बैठक के दौरान चंद्रशेखर के पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने की घोषणा की।
चंद्रशेखर शीर्ष पद के लिए एकमात्र उम्मीदवार थे और उन्होंने रविवार को यहां भाजपा मुख्यालय में इस पद के लिए दो नामांकन पत्र दाखिल किए।
इस घोषणा के समय निवर्तमान अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और प्रदेश इकाई के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर समेत राज्य में भाजपा के सभी प्रमुख नेता मौजूद थे।
सुरेंद्रन ने मंच पर चंद्रशेखर को पार्टी का झंडा सौंपा।
चंद्रशेखर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से विकास का संदेश हर घर तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केरल में राजग को सत्ता में लाना प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।
सुरेंद्रन ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 10 साल में भाजपा ने केरल में अभूतपूर्व प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर को सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिये चुना गया है तथा विभिन्न क्षेत्रों में उनके अनुभव और विशेषज्ञता से राज्य में भाजपा के विकास में तेजी आएगी।
पूर्व अध्यक्ष ने कुछ लोगों द्वारा की जा रही इस आलोचना को भी खारिज किया कि चंद्रशेखर एक पारंपरिक नेता नहीं हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि वह अपनी नयी भूमिका में अच्छा काम करेंगे।
चंद्रशेखर (60) के पास दो दशक का राजनीतिक अनुभव है। वह इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता तथा जल शक्ति विभागों के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।
वह तीन बार कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
चंद्रशेखर ने राजग प्रत्याशी के रूप में तिरुवनंतपुरम सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह कांग्रेस के शशि थरूर से 16,077 मतों के अंतर से हार गए थे।
गुजरात के अहमदाबाद में जन्मे चंद्रशेखर का त्रिशूर से पारिवारिक नाता है। उनके माता-पिता मूलत: केरल के रहने वाले थे। उनके ससुर टी पी जी नांबियार बीपीएल समूह के संस्थापक हैं।
भाषा राजकुमार