भाजपा एमएलसी ने पोस्टर लगाकर ‘गौशाला’ टिप्पणी के लिए अखिलेश से माफी मांगने की मांग की, सपा का पलटवार
किशोर आनन्द संतोष
- 31 Mar 2025, 04:25 PM
- Updated: 04:25 PM
लखनऊ, 31 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश महामंत्री और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) सुभाष यदुवंश की ओर से समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव की गौशाला और गोवंश के गोबर से जुड़ी हालिया टिप्पणी को लेकर लखनऊ में जगह-जगह पोस्टर लगाकर उनसे माफी मांगने की मांग की गयी है।
सुभाष यदुवंश ने अखिलेश यादव पर सनातन धर्म और गोपालक समुदायों का अपमान करने का आरोप लगाया।
अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज में बोलते हुए अखिलेश यादव ने 28 मार्च को भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा था, "कन्नौज ने हमेशा भाईचारे की खुशबू फैलाई है, लेकिन भाजपा नफरत की बदबू फैलाती है।”
उन्होंने कहा था, "उन्हें (भाजपा को) दुर्गंध पसंद है, इसलिए वे गौशालाएं बना रहे हैं। हमें सुगंध पसंद है, इसलिए हम ‘परफ्यूम’ पार्क बना रहे हैं।"
सुभाष यदुवंश ने सोमवार को सपा प्रमुख पर गो संस्कृति और हिंदू परंपराओं का अनादर करने का आरोप लगाया।
उन्होंने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, "अखिलेश यादव ने कहा कि गौशाला और गोबर से बदबू आती है, जबकि इत्र से अच्छी खुशबू आती है। अगर उन्हें ऐसी समस्या है, तो उन्हें अपने नाम से 'यादव' हटा देना चाहिए और किसी मौलाना से इत्र की ताबीज बनवा लेनी चाहिए। वह अपना नाम बदलकर औरंगजेब या बाबर रख सकते हैं।"
उन्होंने दावा किया कि अखिलेश की टिप्पणी ने सनातन धर्म और भगवान कृष्ण का अपमान किया है। उन्होंने कहा, ‘‘यादव पारंपरिक रूप से चरवाहे हैं। एक यादव कैसे कह सकता है कि गाय और गौशाला से बदबू आती है? यह न केवल यादवों का बल्कि अन्य समुदायों का भी अपमान है, जो पशुपालन में शामिल हैं। यह हिंदू मान्यताओं पर हमला है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।"
अखिलेश पर एक और हमला करते हुए, भाजपा एमएलसी ने उन पर मुस्लिम त्योहारों को प्राथमिकता देते हुए हिंदू त्योहारों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। एमएलसी ने कहा, "नवरात्र और हिंदू नववर्ष कल से शुरू हो गया है, लेकिन शुभकामनाएं देने के बजाय, अखिलेश यादव इफ्तार पार्टियों में भाग लेने और ईद मनाने में व्यस्त थे। अगर कोई सनातन धर्म के खिलाफ राजनीति करना चाहता है, तो उसे कोई और जगह ढूंढ़ लेनी चाहिए क्योंकि हम भारत में इसकी अनुमति नहीं देंगे।"
एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा, "हमसे ज्यादा गायों के बारे में कौन जानता है? पोस्टर लगाने और राष्ट्रीय टीवी पर बहस करने वालों को सिर्फ बातें करने के बजाय वास्तव में गोरक्षा के लिए काम करना चाहिए।"
वह सोमवार सुबह ईद के मौके पर लखनऊ में ईदगाह के बाहर पत्रकारों से बात कर रहे थे। विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर ने भाजपा नेता की टिप्पणी को राजनीति से प्रेरित बताया।
उन्होंने कहा कि ये बयान व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से प्रेरित हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस तरह की भड़काऊ टिप्पणी करके उन्हें भाजपा में पदोन्नति मिल सकती है।
उन्होंने भाजपा पर यादवों सहित पिछड़ी जातियों के साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया।
हैदर ने कहा, "भाजपा पिछड़े समुदायों के प्रति नफरत रखती है और उन्हें आगे नहीं बढ़ने देती। यह स्पष्ट है कि ऐसी पृष्ठभूमि से आने वाले नेताओं को पार्टी में कभी सही मायने में बढ़ावा नहीं दिया जाता।"
हैदर ने आरोप लगाया कि सुभाष यदुवंश केवल भाजपा नेतृत्व को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं।
भाषा किशोर आनन्द