कांग्रेस विधायक के खिलाफ कथित टिप्पणी के लिए गिरफ्तार भाजपा कार्यकर्ता ने की आत्महत्या
प्रीति संतोष
- 04 Apr 2025, 10:53 PM
- Updated: 10:53 PM
बेंगलुरु, चार अप्रैल (भाषा) कांग्रेस विधायक ए. एस. पोन्नन्ना के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता ने शुक्रवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि कार्यकर्ता ने अपने ‘सुसाइड नोट’ में कहा कि वह अपमान नहीं सहन कर पाया।
पुलिस के अनुसार, कोडगू जिले के मूल निवासी विनय सोमैया (30) ने एक कार्यालय में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
इस घटना के लिए दर्ज कराई गई शिकायत में एक अन्य विधायक मंतार गौड़ा का भी नाम शामिल किया गया है।
भाजपा कार्यकर्ता द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने से बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। पार्टी ने कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर अपने विधायकों का नाम प्राथमिकी में दर्ज न करके उन्हें बचाने का आरोप लगाया है।
विनय के बड़े भाई जीवन केएस द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर, कांग्रेस कार्यकर्ता थेन्निरा महेना और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 3(5) (सामान्य इरादा), 351(2) (आपराधिक धमकी) और 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्राथमिकी में विराजपेट से कांग्रेस विधायक पोन्नन्ना और मेदिकेरी से कांग्रेस विधायक मंतार गौड़ा का नाम नहीं है, जबकि शिकायतकर्ता ने हेनूर पुलिस थाने के प्रभारी को सौंपी गई लिखित शिकायत में उनके नामों का उल्लेख किया है।
शिकायत में जीवन ने आरोप लगाया कि ‘‘पोन्नन्ना के कहने पर महेना ने उनके भाई के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया क्योंकि वह (भाजपा कार्यकर्ता) उस ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ का ‘एडमिन’ था जिसमें विधायक के खिलाफ कथित टिप्पणियां साझा की गई थीं।’’
जीवन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सुसाइड नोट में चार नाम थे और तदनुसार शिकायत दर्ज की गई थी लेकिन प्राथमिकी में केवल एक नाम का उल्लेख किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम न्याय चाहते हैं, पुलिस पर चारों के नाम उजागर न करने का दबाव है। ’’
जीवन ने डीसीपी (पूर्वी क्षेत्र) को लिखे पत्र में शिकायत में उल्लिखित सभी नामों को प्राथमिकी में शामिल करने का अनुरोध किया है। जीवन ने आरोप लगाया कि शिकायत में दिए गए चार नाम ही उनके भाई की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
पुलिस को मिले कथित ‘सुसाइड नोट’ में भाजपा कार्यकर्ता ने कहा कि लगभग दो महीने पहले उसे कांग्रेस कार्यकर्ता थेन्निरा महेना की शिकायत पर मेदिकेरी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह शिकायत विराजपेट के कांग्रेस विधायक पोन्नन्ना के खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणी करने के संबंध में की गई थी। पोन्नन्ना मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के कानूनी सलाहकार हैं।
बताया जा रहा है कि जिस ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ में विवादित टिप्पणी की गई थी विनय उस ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ का एडमिन था।
विनय को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
सुसाइड नोट में भाजपा कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी राजनीति से प्रेरित थी जिसके कारण उसके परिवार को अपमान का सामना करना पड़ा, जिससे वह परेशान था।
न्याय की मांग करते हुए भाजपा कार्यकर्ता ने आग्रह किया कि ‘सुसाइड नोट’ में नामित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
पोन्नन्ना ने पत्रकारों से कहा कि इस घटना के संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस जांच करेगी, लेकिन भाजपा जांच में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने सोमैया की मौत पर दुख जताते हुए कहा, ‘‘मैं चाहे किसी भी पार्टी से हूं, लेकिन एक व्यक्ति की जान चली गई और ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैं उनके परिवार के साथ हूं, लेकिन भाजपा मौत पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है, उनके पास कोई नैतिकता नहीं है।’’
पोन्नन्ना ने कहा कि फरवरी में अदालत के हस्तक्षेप से सोमैया सहित तीन लोगों के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट के लिए मामला दर्ज किया गया था, लेकिन उन्हें तुरंत अग्रिम जमानत मिल गई थी और उनमें से किसी ने एक दिन भी जेल में नहीं बिताया था।
उन्होंने कहा, ‘‘मामले पर तत्काल रोक लगा दी गई थी और रोक अभी भी जारी है, फिर उनका (सोमैया का) अपमान कैसे हो रहा है? मैं उनसे एक बार भी नहीं मिला हूं।’’
पोन्नन्ना ने कहा कि सोमैया भाजपा के आईटी सेल में थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उनका (सोमैया) इस्तेमाल कर रही है और यही कारण है कि पार्टी संगठित तरीके से प्रदर्शन में कूद पड़ी है और पुलिस विभाग पर दबाव बना रही है।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मामले की जांच की जाएगी।
सोमैया के लिए न्याय की मांग को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मेदिकेरी में प्रदर्शन किया।
गृह मंत्री जी परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस मामले की जांच करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘संबंधित डीसीपी जांच करेंगे और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। चाहे जो भी कारण हो, अगर किसी की कथित संलिप्तता पाई जाती है तो उसकी जांच की जाएगी। जांच में तथ्य सामने आएंगे और प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जांच की जाएगीष जो भी होगा, उसके आधार पर कार्रवाई होगी।’’
शिकारीपुरा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने गृह मंत्री से सोमैया की आत्महत्या के मामले पर गंभीरता से विचार करने और मामले में विधायक या किसी अन्य प्रभावशाली व्यक्ति की संलिप्तता की जांच करने तथा आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया।
सोमैया की मौत के मामले में न्याय की मांग करते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने में विफल रहती है और तत्काल सख्त कार्रवाई नहीं करती है तो भाजपा प्रदर्शन करेगी।
विजयेंद्र ने आरोप लगाया, ‘‘सोमैया ने आत्महत्या की। उन्होंने सुसाइड नोट में विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। यह दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है। मुझे नहीं मालूम कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तब से राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं पर बेवजह प्राथमिकी दर्ज की जा रही हैं और उन्हें परेशान किया जा रहा है।’’
भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि सोमैया ने इसी दबाव और उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली और उन्होंने अपने सुसाइड नोट में भी इसका उल्लेख किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं गृह मंत्री जी से आग्रह करता हूं कि इस मामले को भाजपा कार्यकर्ता से जुड़े मामले की तरह न देखते हुए मानवीय आधार पर विचार करें। यह इस बात का उदाहरण है कि कांग्रेस सरकार में नागरिक और भाजपा कार्यकर्ता किस तरह से पीड़ित हैं।’’
भाषा
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