वक्फ विधेयक पारित होने के बाद उप्र में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न
सं आनन्द शफीक
- 04 Apr 2025, 10:16 PM
- Updated: 10:16 PM
लखनऊ, चार अप्रैल (भाषा) संसद के दोनों सदनों में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने के बाद शुक्रवार को जुमे की नमाज उत्तर प्रदेश की विभिन्न मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
संसद के दोनों सदनों में लंबी बहस के बाद बृहस्पतिवार को लोकसभा में और शुक्रवार की सुबह राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित हो गया।
संभल में पिछले साल नवंबर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद से ही तनाव बना हुआ है। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि संभल की शाही जामा मस्जिद सहित सभी मस्जिदों में नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, अलीगढ़, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में अधिकारियों ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यापक सुरक्षा उपाय लागू किए।
बरेली परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गश्त की।
सिंह ने बताया कि क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की गयी।
मथुरा में शाही ईदगाह इंतजामिया कमेटी के सचिव एडवोकेट तनवीर अहमद ने इस प्रकार का विधेयक पास होने पर अपना तीखा विरोध जताते हुए कहा कि सरकार वक्फ विधेयक के जरिए वक्फ संपतियों को अपने कब्जे में लेना चाहती है।
हालांकि, मथुरा के अपर पुलिस अधीक्षक (शहर) डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि वक्फ विधेयक पारित होने के बाद आज मथुरा में जुमे की नमाज पूर्ण शांति के साथ संपन्न हुई।
बागपत में शुक्रवार को जुमे की नमाज व वक्फ मामले को लेकर पुलिस दिनभर सतर्क रही। बागपत के पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने जुमे की नमाज के दृष्टिगत कानून एवं शान्ति व्यवस्था तथा जनता में सुरक्षा का भाव पैदा करने के उद्देश्य से पुलिस बल के साथ कस्बा बागपत में पैदल मार्च किया।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी गुट से जुड़े एवं धर्मगुरु शाह आलम ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘मौलाना महमूद मदनी इसके विरोध में है। मदनी जी का कहना है कि वक्फ बोर्ड के खिलाफ ये जो कानून बना है वह ठीक नहीं है हम इसके विरोध में हैं।’’
वहीं, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली जिलों में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गयी।
सहारनपुर के मंडलायुक्त अटल कुमार राय और सहारनपुर के डीआईजी अजय कुमार साहनी ने पत्रकारों को बताया कि मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली जिलों में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई।
गोरखपुर में वक्फ संशोधन विधेयक पर व्यापक चर्चा के बावजूद, गोरखपुर में जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं देखा गया। हालांकि, विभिन्न मस्जिदों के इमामों ने अपने उपदेशों के दौरान संशोधन पर अपनी चिंता व्यक्त की, जो मुस्लिम समुदाय के भीतर बेचैनी को दर्शाता है।
दरगाह मुबारक खान शहीद के अध्यक्ष इकरार अहमद ने कहा, ‘‘मुस्लिम समुदाय संशोधन को लेकर चिंतित है, लेकिन मुझे लोकतंत्र की ताकत पर भरोसा है और मुझे विश्वास है कि कुछ सकारात्मक सामने आएगा।’’
मौलाना सैयद जावेद ने कहा, ‘‘हम दुखी और चिंतित हैं। इस देश के नागरिक होने के नाते, हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि केवल हमारे समुदाय को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि, मुझे अभी भी सरकार और संविधान पर भरोसा है और उम्मीद है कि हमारे अधिकार बरकरार रहेंगे।’’
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के सचिव मोहम्मद यासीन ने वक्फ बोर्ड से जुड़े नए विधेयक पर नाराजगी जाहिर की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करता है और इससे उपासना स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम भी कमजोर होगा।
अलीगढ़ जिला प्रशासन के आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार आज शहर की विभिन्न मस्जिदों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
भाषा सं आनन्द