संभल हिंसा: सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क से एसआईटी ने पूछताछ की
सं. जफर आनन्द सुरभि
- 08 Apr 2025, 10:26 PM
- Updated: 10:26 PM
संभल (उप्र), आठ अप्रैल (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क से मंगलवार को संभल में पिछले साल अदालत के आदेश पर एक मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में पूछताछ की गयी।
संभल के सांसद पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे 10 से अधिक वकीलों के साथ नखासा थाने पहुंचे और मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया।
सपा सांसद करीब तीन घंटे तक थाने में रहे। इस दौरान उनसे पिछले साल 24 नवंबर को कोट गर्वी इलाके में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछे गए। मुगलकालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई झड़पों में चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई अन्य घायल हो गये।
संभल के असमोली के पुलिस क्षेत्राधिकारी और एसआईटी प्रभारी कुलदीप सिंह ने पत्रकारों को बताया, ‘‘आज उनका बयान दर्ज होना था, उसी क्रम में उन्हें बुलाया गया और उनका बयान एसआईटी द्वारा दर्ज किया गया है। उसमें जांच के जितने भी बिंदु हैं उन सभी बिंदुओं पर पूछताछ की गयी है और हमारी जांच लगातार जारी है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘सांसद को आज निर्धारित प्रक्रिया के तहत बुलाया गया था। एसआईटी ने उनका बयान दर्ज किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में कई महत्वपूर्ण पहलू हैं और सभी आवश्यक बिंदुओं पर पूछताछ की गयी है। जांच जारी है और ये सभी कार्रवाई व्यापक जांच का हिस्सा है।’’
सिंह ने कहा कि अगर एसआईटी को किसी मामले में और स्पष्टीकरण की आवश्यकता महसूस होती है, तो संबंधित व्यक्तियों को फिर से बुलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर किसी भी स्तर पर हमें लगता है कि कुछ पहलुओं को और अधिक स्पष्टीकरण की आवश्यकता है या हम किसी भी जवाब से संतुष्ट नहीं हैं, तो हम संबंधित व्यक्ति को आगे की पूछताछ के लिए बुला सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि जितने भी जरूरी बिंदु थे उन सभी पर पूछताछ की गयी है।
थाने से बाहर आने के बाद पत्रकारों से बातचीत में बर्क ने कहा, ‘‘उच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक मैं जांच में सहयोग करने आया हूं। मुझसे जो भी पूछा गया, मैंने उन्हें बता दिया।’’
जब उनसे पूछा गया कि एसआईटी ने उनसे क्या सवाल किये, तो सांसद ने कहा, ‘‘यह जांच का हिस्सा है और मैं उन्हें साझा नहीं कर सकता।’’
थाने जाने से पहले उन्होंने दीपा सराय स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित किया।
बर्क ने कहा, ‘‘मैं पुलिस के साथ पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हूं। एक जिम्मेदार नागरिक और सांसद होने के नाते मुझे कानून, संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। स्वास्थ्य ठीक न होने और डॉक्टरों की आराम करने की सलाह के बावजूद मैं आज यह सुनिश्चित करने आया हूं कि कोई भी पुलिस अधिकारी या मीडियाकर्मी यह महसूस न करे कि मैं जांच से बच रहा हूं।’’
इस बीच हिंदू शक्ति दल ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्रालय के कार्यालयों को ज्ञापन सौंपकर संभल में हाल में हुई हिंसा के सिलसिले में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क और शाही जामा मस्जिद के अध्यक्ष जफर अली के पाकिस्तान और कट्टरपंथी संगठनों के साथ कथित संबंधों की जांच की मांग की।
‘हिंदू शक्ति दल’ संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिमरन गुप्ता ने दावा किया, ‘‘आज, मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय और दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें दंगों में कथित रूप से शामिल संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गयी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जफर अली और जिया उर रहमान बर्क दोनों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच की जानी चाहिए ताकि पाकिस्तान, दाऊद इब्राहिम और कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों के साथ उनके संभावित संबंधों की जांच की जा सके।’’
उन्होंने दंगाइयों को कथित रूप से वित्तपोषित करने वाले गैर सरकारी संगठनों की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से जांच कराने की भी मांग की, ताकि ‘‘उनके कार्यों के पीछे का सच देश के सामने आ सके।’’
भाषा सं. जफर आनन्द