तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिकी राजदूत से अप्रत्यक्ष वार्ता करेंगे: ईरानी विदेश मंत्री
एपी वैभव मनीषा
- 08 Apr 2025, 05:21 PM
- Updated: 05:21 PM
दुबई, आठ अप्रैल (एपी) ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने मंगलवार को कहा कि वह तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को रोकना चाह रहे ट्रंप प्रशासन के तहत पहली वार्ता के लिए ओमान में अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात करेंगे।
अराघची ने अल्जीरिया की यात्रा के दौरान ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कहा कि वार्ता अप्रत्यक्ष होगी और इसमें दोनों पक्षों के बीच ओमान के मध्यस्थों के रहने की संभावना है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को बातचीत की घोषणा की थी और इन्हें प्रत्यक्ष बातचीत बताया था।
जो बाइडन प्रशासन के तहत वर्षों से चल रही अप्रत्यक्ष वार्ता किसी भी तरह की सफलता पाने में विफल रही, क्योंकि तेहरान अब 60 प्रतिशत शुद्धता तक यूरेनियम का संवर्धन कर रहा है।
अमेरिका और इजराइल दोनों ने ईरान को उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर सैन्य हमले की धमकी दी है, वहीं तेहरान के अधिकारी चेतावनी दे रहे हैं कि वे परमाणु बम से हमला कर सकते हैं।
अराघची ने कहा, ‘‘वार्ता में हमारा मुख्य लक्ष्य, स्वाभाविक रूप से लोगों के अधिकारों को बहाल करना और प्रतिबंधों को हटाना है और यदि दूसरे पक्ष की वास्तविक इच्छाशक्ति है, तो यह प्राप्त किया जा सकता है, और इसका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से कोई संबंध नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस समय तो हमारी प्राथमिकता अप्रत्यक्ष वार्ता की है। और हमारी इसे बदलकर प्रत्यक्ष करने की कोई योजना नहीं है।’’
अमेरिका की ओर से तत्काल इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई कि विटकॉफ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
वार्ता की खबरों के बाद ईरान की कमजोर अर्थव्यवस्था को राहत मिलती दिखी।
वार्ता को लेकर ट्रंप की टिप्पणियों के सार्वजनिक होने के बाद, ईरान की बीमार अर्थव्यवस्था में अचानक ताकत मिलने के नए संकेत दिखाई दिए। इसकी रियाल मुद्रा, जो डॉलर के मुकाबले 10 लाख रियाल से अधिक के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई थी, मंगलवार को 9,90,000 रियाल के स्तर पर पहुंच गई। इस खबर के बाद तेहरान स्टॉक एक्सचेंज में भी करीब 2 प्रतिशत की तेजी आई।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण ईरान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। प्रमुख रूप से ट्रंप द्वारा 2018 में हुए तेहरान के परमाणु समझौते से एकपक्षीय तरीके से अमेरिका को हटाने से इस पर असर पड़ा।
इससे पहले शनिवार को बातचीत हुई थी जो ट्रंप द्वारा ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अल खामनेई को पत्र लिखे जाने के बाद हुई थी। खामनेई तेहरान और वाशिंगटन के बीच सीधी बातचीत शुरू कराने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, ट्रंप यमन में ईरान समर्थित हूथी विद्रोहियों को निशाना बनाकर तीव्र हवाई हमले अभियान जारी रखे हुए हैं।
एपी वैभव