बांग्लादेश से पारगमन माल 2024-25 में 46 प्रतिशत बढ़ा, नौ अप्रैल से सुविधा बंद
प्रेम प्रेम रमण
- 11 Apr 2025, 03:35 PM
- Updated: 03:35 PM
कोलकाता, 11 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित पेट्रापोल भूमि बंदरगाह पर भारत के रास्ते दोबारा निर्यात के लिए बांग्लादेश से भेजा जाने वाला पारगमन माल वित्त वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान 46 प्रतिशत बढ़ गया। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
हालांकि, एक अधिकारी ने कहा कि भारत सरकार के पारगमन सुविधा रद्द करने वाले फैसले के बाद बांग्लादेश का पारगमन माल से लदा कोई भी ट्रक नौ अप्रैल से पेट्रापोल सीमा से नहीं आया है।
पेट्रापोल क्लियरिंग एजेंट्स स्टाफ वेल्फेयर एसोसिएशन (पीसीएएसडब्ल्यूए) की तरफ से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में 2,357.27 करोड़ रुपये मूल्य की 4,733 खेप ले जाने वाले 3,473 ट्रक पेट्रापोल के रास्ते बांग्लादेश से भारतीय सीमा में पहुंचे थे।
वित्त वर्ष 2024-25 में 4,861 ट्रकों ने 3,446.66 करोड़ रुपये मूल्य की 7,772 खेपों का परिवहन किया। यह उससे पहले के साल की तुलना में ट्रक आवाजाही में 36 प्रतिशत और माल के मूल्य में 46 प्रतिशत की उछाल को दर्शाता है।
भारत ने 29 जून, 2020 से भारतीय भूमि सीमा शुल्क स्टेशनों के माध्यम से और बाद में भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों के माध्यम से बांग्लादेश से तीसरे देशों को भेजे जाने वाले निर्यात माल के पारगमन की अनुमति दी थी।
हालांकि, इस साल आठ अप्रैल को, भारत सरकार ने पारगमन सुविधा को रद्द कर दिया। इस फैसले के बाद बांग्लादेश के बेनापोल बंदरगाह ने नौ अप्रैल को पारगमन माल ढोने वाले चार ट्रकों को लौटा दिया।
पेट्रापोल भूमि बंदरगाह के प्रबंधक कमलेश सैनी ने पीटीआई-भाषा से कहा, "बांग्लादेश से तीसरे देशों के लिए माल ले जाने वाला कोई भी ट्रक नौ अप्रैल से पेट्रापोल सीमा में नहीं आया है, और अगले आदेश तक स्थिति ऐसी ही रहेगी। हालांकि बांग्लादेश के साथ सामान्य प्रत्यक्ष आयात-निर्यात गतिविधि निर्बाध रूप से जारी है।"
पीसीएएसडब्ल्यूए के आंकड़ों के अनुसार, नौ अप्रैल से पहले बांग्लादेश से आए लगभग 50-60 ट्रकों में से लगभग 15-20 ट्रक यूरोप और अमेरिका जैसे पश्चिमी बाजारों के लिए तैयार कपड़ों से भरे कंटेनर ले जा रहे थे। दूसरी ओर, लगभग 400 भारतीय ट्रक हर दिन पेट्रापोल-बेनापोल सीमा के रास्ते पड़ोसी देश में प्रवेश करते हैं।
पारगमन सुविधा बंद किए जाने पर बांग्लादेश के बेनापोल में क्लियरिंग एजेंट स्टाफ एसोसिएशन के एक अधिकारी ने कहा, "वैश्विक मांग के चलते भारी तनाव से गुजर रहे परिधान उद्योग के निर्यातकों के लिए अच्छी खबर नहीं है। इसका असर सीमा व्यापार पर पड़ेगा।"
भाषा प्रेम प्रेम