बंगाल : सुकांत मजूमदार ने मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया
रवि कांत सुरेश
- 14 Apr 2025, 08:39 PM
- Updated: 08:39 PM
(फोटो के साथ)
मालदा, 14 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोमवार को मालदा के एक स्कूल में स्थापित राहत शिविर का दौरा किया। इस राहत शिविर में मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ित कई हिंदू परिवारों ने शरण ली है।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री मजूमदार ने मालदा में कालियाचक ब्लॉक-तीन के परलालपुर हाईस्कूल में स्थापित अस्थायी शिविर का दौरा किया, जहां उन्होंने विस्थापित परिवारों के सदस्यों से बातचीत की, जिनमें से कई महिलाएं और बच्चे थे।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार मालदा में लगभग 640 लोगों ने शरण ली है, जिनमें से 550 लोग वर्तमान में हाईस्कूल शिविर में, जबकि बाकी लोग अपने रिश्तेदारों के साथ निकटवर्ती गांवों में रह रहे हैं।
मजूमदार ने राहत शिविर का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कई महिलाएं अपनी आपबीती बताते हुए रो पड़ीं। उनके घरों को आग लगा दी गई, संपत्ति नष्ट कर दी गई और उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं। एक महिला ने अपने चार दिन के बच्चे के साथ यहां शरण ली है।’’
पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ शुक्रवार को भड़की हिंसा में तीन लोग मारे गए और कई घायल हो गए।
मजूमदार ने आरोप लगाया कि 'कट्टरपंथी ताकतों' द्वारा ये हमले विरोध प्रदर्शन की आड़ में किये गए।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘शुरुआत में 200-250 परिवारों ने यहां शरण ली थी। अब पुलिस के दबाव में शिविर बंद करवाकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नाकामी को छुपाने के लिए सिर्फ 70-75 परिवार ही बचे हैं। वे अब भी डर के साये में जी रहे हैं।’’
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मजूमदार के इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वे किसी को भी वापस लौटने के लिए मजबूर नहीं कर सकते।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने केवल आश्वासन और विश्वास दिया है कि हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, जो हम करेंगे।’’
उप-विभागीय अधिकारी (एसडीओ) और खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन क्षेत्र का दौरा कर रहा है और राहत उपायों की देखरेख कर रहा है।
स्थानीय पंचायत प्रधान सुलेखा चौधरी के अनुसार, शिविर में पका हुआ भोजन, पेयजल, स्वच्छता और डॉक्टरों द्वारा नियमित जांच की व्यवस्था की गई है।
राहत शिविर की सुरक्षा के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 10 जवान तैनात किए गए हैं। हालांकि, इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अब भी निलंबित हैं।
भाजपा नेता ने राज्य प्रशासन पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस केंद्रीय बलों को स्वतंत्र रूप से कार्य करने से रोक रही है।
मजूमदार ने कहा, ‘‘हम प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों को स्वायत्त रूप से कार्य करने की अनुमति देने और उनकी तैनाती बनाए रखने के लिए निर्देश मांगने हेतु अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। ’’
मजूमदार ने मुर्शिदाबाद हिंसा के व्यापक प्रभाव की चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद की स्थिति राज्य के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की अशांति का संकेत हो सकती है। मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी है। ममता बनर्जी ने बंगाल को दूसरा बांग्लादेश बना दिया है।’’
मजूमदार ने यह भी सवाल उठाया कि क्या 16 अप्रैल को कोलकाता में मुस्लिम धार्मिक नेताओं के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की निर्धारित बैठक के दौरान विस्थापितों की आवाज सुनी जाएगी।
बाद में, मजूमदार ने राहत प्रयासों के समन्वय और प्रभावित लोगों से जानकारी एकत्र करने के लिए मालदा भाजपा जिला मुख्यालय में एक विशेष नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया।
उन्होंने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया कि भाजपा उनके साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।
मजूमदार ने 'एक्स' पर अपनी यात्रा की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘मुर्शिदाबाद में तृणमूल समर्थित जिहादी ताकतों के क्रूर हमलों के कारण हिंदू बेघर हो गए हैं। अपने घरों से भागने को मजबूर कई लोगों ने मालदा के परलालपुर हाईस्कूल के मैदान में शरण ली है। आज मैं इन विस्थापित हिंदू परिवारों से मिला। संकट की इस घड़ी में हम उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। हम पश्चिम बंगाल के मासूम बंगाली हिंदुओं के खिलाफ जिहादी क्रूरता को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी और केंद्रीय गृह मंत्रालय को मौजूदा हालात से अवगत कराएगी।
भाषा रवि कांत