बीजद के वरिष्ठ नेता स्वैन ने ‘पार्टी को हाईजैक’ करने के प्रयासों के प्रति पटनायक को आगाह किया
आशीष माधव
- 14 Apr 2025, 09:55 PM
- Updated: 09:55 PM
भुवनेश्वर, 14 अप्रैल (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) प्रमुख नवीन पटनायक को ‘‘पार्टी को हाईजैक’’ करने के प्रयासों के प्रति आगाह करते हुए वरिष्ठ नेता रणेंद्र प्रताप स्वैन ने कहा है कि वक्फ संशोधन अधिनियम पर आंतरिक विवाद ने ‘‘धर्मनिरपेक्षता पर हमारे रुख’’ के बारे में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पटनायक को लिखे पत्र में स्वैन ने कहा कि बीजद को सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता दोनों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करनी चाहिए। यह पत्र सोमवार को सार्वजनिक किया गया।
आठ बार के विधायक ने पत्र में कहा, ‘‘वक्फ विधेयक विवाद को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में हाल में पैदा हुए असंतोष ने धर्मनिरपेक्षता पर हमारे रुख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस संदर्भ में मैं ईमानदारी से आग्रह करता हूं कि पार्टी को सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता को अपने मूल मुद्दे के रूप में स्वीकार करना चाहिए और आगे बढ़ने के लिए कार्यकर्ताओं को पूर्ण विश्वास में लेना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महोदय, यह समय अपनी वैचारिक विरासत को फिर से हासिल करने तथा सामाजिक न्याय पर आधारित पार्टी के रूप में अपनी पहचान को फिर से स्थापित करने का है, जिसके स्तंभ धर्मनिरपेक्षता और क्षेत्रीय गरिमा हैं। ओडिशा के लोग सैद्धांतिक नेतृत्व के लिए हमारी ओर देख रहे हैं।’’
पार्टी के रुख के बारे में ‘‘भ्रम’’ के कारण बीजद के कुछ सदस्यों ने वक्फ संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में पक्ष में और कुछ ने विपक्ष में मतदान किया था, जबकि एक सांसद ने मतदान में भाग नहीं लिया था।
बीजद के संसदीय दल ने विधेयक का विरोध करने का फैसला किया था, लेकिन मतदान से कुछ घंटे पहले राज्यसभा में पार्टी के नेता सस्मित पात्रा ने सोशल मीडिया पर कहा कि सांसद अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मतदान कर सकते हैं, क्योंकि उन पर कोई व्हिप नहीं है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पात्रा के रुख बदलने के अधिकार पर सवाल उठा रहे हैं।
राज्य में हाशिए पर पड़े लोगों की स्थिति पर चिंता जताते हुए स्वैन ने पटनायक को पांच सुझाव दिए। इनमें व्यापक जाति जनगणना, खनन कराधान और लंबित बकाया राशि की वसूली पर उच्चतम न्यायालय के आदेशों को लागू करना, आदिवासी अधिकारों की रक्षा के लिए पेसा अधिनियम को लागू करना और ओडिशा को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की मांगें शामिल हैं।
स्वैन ने कहा कि अगर बीजद सामाजिक न्याय के विचार को अपने राजनीतिक विमर्श के मूल में ले जाए तो यह जनता के बीच अच्छे से प्रतिध्वनित होगा। पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजद समन्वय समिति के अध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्र ने कहा कि पार्टी ने हमेशा हाशिए पर पड़े वर्गों के सशक्तिकरण पर जोर दिया है।
स्वैन की ‘‘हाईजैक करने की कोशिश’’ वाली टिप्पणी पर मिश्र ने कहा, ‘‘वह एक वरिष्ठ नेता हैं और स्पष्ट कर सकते हैं कि वह किसकी बात कर रहे हैं। अधीर होने का कोई मतलब नहीं है। पार्टी की संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया चल रही है। हमें प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार करना चाहिए।’’
भाषा आशीष