पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा रोकने के लिए कड़ी निगरानी
आशीष दिलीप
- 15 Apr 2025, 04:02 PM
- Updated: 04:02 PM
कोलकाता, 15 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर हिंसा की किसी भी घटना को रोकने के लिए सुरक्षा बल मंगलवार को कड़ी निगरानी रख रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), राज्य सशस्त्र पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। हालांकि, इलाके में पिछले 48 घंटों में हिंसा की कोई नयी घटना नहीं हुई है।
राज्य पुलिस ने कहा कि मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावित इलाकों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, दुकानें खुल रही हैं और विस्थापित परिवार वापस आने लगे हैं।
वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर शुक्रवार और शनिवार को जिले के सुती, धुलियान और जंगीपुर सहित कई इलाकों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शन जल्द ही झड़पों में बदल गए, जिसमें कम से कम तीन लोग मारे गए और कई घायल हो गए।
जंगीपुर से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद खलीलुर रहमान ने कहा, ‘‘अपने घर छोड़ने वाले कई लोग वापस लौट रहे हैं और हिंसा प्रभावित सभी इलाकों में जनजीवन सामान्य हो रहा है। राज्य सरकार प्रभावित लोगों की सहायता कर रही है।’’
रहमान ने यह भी कहा कि लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी का ध्यान हालात सामान्य बनाने की ओर होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन प्रभावित लोगों की सूची तैयार कर रहा है, जिन्हें उनकी संपत्तियों के नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाएगा।
सोमवार को, अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्व) रवि गांधी के नेतृत्व में बीएसएफ के एक प्रतिनिधिमंडल ने सुती और शमशेरगंज पुलिस थाना क्षेत्रों के साथ-साथ धुलियान के कई अशांत इलाकों का दौरा किया, जहां सप्ताहांत में व्यापक हिंसा हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘इलाके में गश्त बढ़ाने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार की गई है। हम सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए राज्य पुलिस के साथ गहन समन्वय में काम कर रहे हैं।’’
अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के संबंध में अब तक कुल 210 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में बसंती राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही सामान्य रही, जहां सोमवार को वक्फ अधिनियम के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुईं।
सोमवार को इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के समर्थकों की भांगर में पुलिस के साथ झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया और कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई।
झड़पें उस वक्त शुरू हुईं, जब पुलिस ने आईएसएफ समर्थकों को मध्य कोलकाता के रामलीला मैदान की ओर जाने से रोक दिया, जहां वे वक्फ कानून के खिलाफ रैली में शामिल होने जा रहे थे। इस रैली को आईएसएफ नेता और भांगर के विधायक नौशाद सिद्दीकी ने संबोधित किया था।
भाषा आशीष