विप्रो का शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 26 प्रतिशत बढ़कर 3,569.6 करोड़ रुपये पर
अनुराग अजय
- 16 Apr 2025, 06:41 PM
- Updated: 06:41 PM
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 25.9 प्रतिशत बढ़कर 3,569.6 करोड़ रुपये हो गया है। हालांकि, कंपनी ने वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच चालू वित्त वर्ष (2025-26) की पहली तिमाही में आईटी सेवाओं से आमदनी में 3.5 प्रतिशत तक की गिरावट की आशंका के साथ आने वाली तिमाही के कमजोर रहने की चेतावनी दी है।
विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) श्रीनि पलिया ने कहा कि व्यापक आर्थिक अनिश्चितता के कारण ग्राहक सतर्क बने हुए हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विप्रो उनके साथ घनिष्ठ साझेदारी करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जबकि उसकी निगाह निरंतरता और वृद्धि पर है।
पिछले कुछ सप्ताहों में, अमेरिका द्वारा शुल्क में लगातार वृद्धि और कटौती के कदमों ने वैश्विक बाजारों को हिलाकर रख दिया है और कई आईटी विश्लेषकों को डर है कि तीव्र व्यापार युद्ध और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी के कारण आईटी निर्णय लेने की प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है या विशिष्ट क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी की मांग और खर्च में कमी आ सकती है।
कुल 280 अरब डॉलर वाली आईटी सेवा कंपनी की आमदनी का बड़ा हिस्सा अमेरिकी ग्राहकों से आता है।
बुधवार को विप्रो के तिमाही आंकड़ों की घोषणा के लिए आयोजित सम्मेलन में पलिया ने स्वीकार किया कि हाल की शुल्क घोषणाओं ने वैश्विक अनिश्चितताओं को और बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा, “वैश्विक उद्योग का माहौल साल के अधिकांश समय अनिश्चित रहा। और, ज़ाहिर है, हाल ही में शुल्क घोषणाओं ने इसे और बढ़ा दिया है। भले ही प्रौद्योगिकी के नए आविष्कार की अंतर्निहित मांग मजबूत बनी हुई है, लेकिन हमारे ग्राहक इसे अधिक सावधानी से अपना रहे हैं।”
वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ (कंपनी के शेयर धारकों को देय) 2,834.6 करोड़ रुपये रहा था।
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कंपनी की आमदनी 22,504.2 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही के 22,208.3 करोड़ रुपये से 1.33 प्रतिशत की मामूली वृद्धि है।
पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) की तुलना में कंपनी के शुद्ध लाभ में 6.43 प्रतिशत, तो आमदनी में 0.83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उसका शुद्ध लाभ 18.9 प्रतिशत बढ़कर 13,135.4 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, इस अवधि में कंपनी की आमदनी 0.74 प्रतिशत गिरकर 89,088.4 करोड़ रुपये रही।
बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष (2025-26) की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही के लिए कंपनी का अनुमान है कि आईटी सेवा कारोबार से उसका राजस्व लगभग 1.5 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत गिरकर 250.5 करोड़ डॉलर से 255.7 करोड़ डॉलर के बीच रहेगा।
पलिया ने कहा, “चूंकि ग्राहक व्यापक आर्थिक अनिश्चितता के प्रति सतर्क हैं, इसलिए हम निरंतर और लाभदायक वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए उनके साथ घनिष्ठ साझेदारी करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में दो बड़े सौदे हासिल किए, जिससे बड़े सौदे हासिल करने में वृद्धि हुई।
तिमाही के अंत तक विप्रो के कर्मचारियों की संख्या 2,33,346 थी, जबकि पिछले वर्ष इसी समय यह 2,32,614 थी।
भाषा अनुराग