बल्ले के आकार की जांच से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा: विटोरी
आनन्द मोना
- 16 Apr 2025, 07:14 PM
- Updated: 07:14 PM
मुंबई, 16 अप्रैल (भाषा) सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के मुख्य कोच डेनियल विटोरी ने बुधवार को कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अंपायरों द्वारा बल्ले के आकार की जांच करने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा ।
विटोरी ने कहा कि काश उनके खेलने के दिनों में भी ऐसे मापदंड लागू होते।
अंपायर बल्ले की जांच एक गेज (बल्ले के आकार को मापने वाला तिकोना पैमाना) से करते रहे हैं, जिससे बल्ले को गुजरना पड़ता है। इसका मकसद बड़े आकार के बल्ले के इस्तेमाल को खत्म करना है।
इस सत्र में मैदानी अंपायरों के पास मैच के दौरान बल्ले की जांच करने की छूट है। इसका ताजा उदाहरण कोलकाता नाइट राइडर्स के एनरिक नॉर्किया है। मंगलवार को उनका बल्ला परीक्षण में विफल रहा जिसके बाद उन्हें पंजाब किंग्स के खिलाफ मैच में इसे बदलना पड़ा।
विटोरी ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद के मैच की पूर्व संध्या पर यहां वानखेड़े स्टेडियम में संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ काश जब मैं खेल रहा था तब भी उन्होंने बल्ले की जांच की होती।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ नहीं, मुझे नहीं लगता कि इससे कोई फर्क पड़ेगा। इन खिलाड़ियों को इस तरह की जांच से नियमित तौर पर गुजरना पड़ता है। अंपायर अक्सर ड्रेसिंग रूम में जाते हैं, इसलिए खिलाड़ियों को पता होता है कि उनके बल्ले नियमों के अनुसार हैं। इसमें बस एक सेकंड का समय लगता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यह बड़ा बल्ला रखने की कोशिश करने वालों पर रोक लगायेगा। अपने बल्ले को हालांकि उस गेज से गुजारना बहुत आसान है।’’
विटोरी ने कहा कि यह एसआरएच बल्लेबाजों के बीच चर्चा का विषय नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि बल्ले के आकार में कमी आने की कोई संभावना है।
इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘‘वास्तव में नहीं। मुझे लगता है कि जिस तरह से बल्ले बिना वजन बढ़ाए बड़े आकार के हो गये है, वह बल्ले निर्माताओं का कौशल है (जिसका श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए)। यह आज के दौर के बल्लेबाजी की मांग के अनुरूप है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है, विकास का हिस्सा है। ऐसा लगता है कि हर कोई छक्के और चौके का लुत्फ उठा रहा है, इसलिए मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले के आकार में कमी करने जा रहे हैं। मुझे इसकी (बल्ले की जांच) ज्यादा परवाह नहीं है।’’
विटोरी ने कहा कि उनकी टीम ईशान किशन के अपने पिछले फ्रेंचाइजी और वानखेड़े स्टेडियम के ज्ञान का फायदा उठाने की कोशिश करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम मुंबई की मानसिकता और वे कुछ स्थितियों से कैसे निपटते हैं यह समझने के साथ पिच, ओस और उन सभी छोटी-छोटी चीजों को समझने में उनकी समझ का लाभ उठाना चाहेंगे। ऐसा नहीं करना मूर्खता होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे और बाकी कोचों के लिए उनके पास इस समय बहुत ज्ञान है, ऐसे इस लिए भी है क्योंकि वह एक शानदार खिलाड़ी हैं।’’
भाषा आनन्द