‘आप’ ने पाठक ने खिलाफ सीबीआई कार्रवाई पर कहा, ‘डर के कारण रची गयी साजिश’
जितेंद्र मनीषा
- 17 Apr 2025, 11:37 AM
- Updated: 11:37 AM
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने बृहस्पतिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक के आवास पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी की निंदा करते हुए इसे ‘राजनीति से प्रेरित’ कदम बताया, जिसका उद्देश्य 2027 में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों को पटरी से उतारना है।
पाठक, गुजरात में पार्टी के सह-प्रभारी हैं।
‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “आप’ को खत्म करने की भाजपा की कोशिशें एक बार फिर शुरू हो गई हैं।
सिंह ने कहा ‘‘उन्होंने हमारे नेता को जेल में डाल दिया, हमारे शीर्ष नेतृत्व को गिरफ्तार कर लिया और अब हमारे पीएसी (संसदीय कार्य समिति) सदस्य और गुजरात के सह-प्रभारी दुर्गेश पाठक के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है। इसका एकमात्र कारण यह है कि गुजरात में ‘आप’ की पकड़ मजबूत हो रही है।”
सिंह ने दावा किया कि जैसे ही पाठक ने पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए गुजरात में बैठकें शुरू कीं, भाजपा ने उनके पीछे केंद्रीय एजेंसी लगा दी।
‘आप’ के आरोपों पर भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई विदेशी अंशदान मानदंडों के कथित उल्लंघन के सिलसिले में पाठक के परिसरों पर छापेमारी कर रही है।
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम के कथित उल्लंघन के लिए पाठक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
‘आप’ के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “गुजरात चुनाव 2027 की जिम्मेदारी मिलते ही दुर्गेश पाठक के घर पर सीबीआई की छापेमारी...। यह कोई इत्तेफाक नहीं, यह भाजपा की, डर की वजह से रची गई साजिश है।”
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भी छापेमारी की निंदा की।
उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी ने जैसे ही गुजरात चुनाव की तैयारी शुरू की, गुजरात के सह-प्रभारी दुर्गेश पाठक के घर सीबीआई छापेमारी करने पहुंच गई! यह छापेमारी इनकी बौखलाहट दिखा रही है! ”
वर्ष 2022 में राजिंदर नगर विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले पाठक को 2025 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी उमंग बजाज से हार का सामना करना पड़ा था।
पाठक, 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान गोवा के प्रभारी भी थे।
भाषा जितेंद्र