जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री ने वर्षाजनित घटनाओं में लोगों की मौत पर दुख जताया
राजकुमार पारुल
- 20 Apr 2025, 07:53 PM
- Updated: 07:53 PM
जम्मू, 20 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को रामबन जिले में लगातार बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ के कारण तीन लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। वहीं, उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं।
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार प्रभावित परिवारों को पर्याप्त राहत प्रदान करने के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता का अनुरोध करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि रविवार तड़के रामबन जिले में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक लोगों को बचा लिया गया।
उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी और बनिहाल के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन हुआ और मिट्टी धंस गई, जिससे यातायात अस्थायी तौर पर रोकना पड़ा।
सिन्हा ने अपने संदेश में कहा, ‘‘रामबन में लगातार बारिश के चलते अचानक आई बाढ़ के कारण लोगों की मौत होने से मैं बहुत दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और बचाव दल तेजी से राहत सुनिश्चित करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।
सिन्हा ने कहा, ‘‘प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से ‘एक्स’ पर साझा किए गए एक पोस्ट में उमर ने कहा कि वह रामबन में हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बेहद दुखी हैं, जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं, ताकि जहां भी जरूरत हो, तत्काल बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके। आज मैं राहत, मरम्मत और पुनर्वास योजनाओं की समीक्षा करूंगा।’’
उपमुख्यमंत्री चौधरी ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए रामबन जा रहे हैं।
उन्होंने नेकां के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना था, लेकिन चूंकि उड़ान के समय में परिवर्तन के कारण वह बहुत देरी से दिल्ली पहुंचे, इसलिए मैं वहां जा रहा हूं और स्थिति की समीक्षा कर रहा हूं।’’
कार्यक्रम में फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘सरकार अपने मंत्रियों को प्रभावित क्षेत्रों में भेज रही है और हम केंद्र से वित्तीय सहायता का भी अनुरोध करेंगे, ताकि आपदा से प्रभावित लोगों को पर्याप्त राहत दी जा सके।’’
अधिकारियों ने बताया कि रामबन के सेरी बागना गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो भाई आकिब अहमद और मोहम्मद साकिब शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 घर क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने बताया कि दस घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बाकी को आंशिक नुकसान पहुंचा है।
अधिकारियों के अनुसार, लगातार बारिश और बादल फटने की घटना के बीच मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने 100 से अधिक फंसे हुए ग्रामीणों को बचा लिया।
भाषा
राजकुमार