सीतारमण ने वैश्विक आईटी कंपनियों को भारत में अवसर तलाशने के लिए आमंत्रित किया
अनुराग मनीषा
- 22 Apr 2025, 01:07 PM
- Updated: 01:07 PM
(तस्वीरों के साथ)
सैन फ्रांसिस्को, 22 अप्रैल (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग क्षेत्र के कई दिग्गजों से मुलाकात की और उन्हें तकनीकी सहयोग और निवेश के अवसर तलाशने के लिए आमंत्रित किया।
गूगल क्लाउड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थॉमस कुरियन और उनकी टीम के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान, सीतारमण ने उन्हें क्षेत्रीय सहयोग के लिए भारत में स्थानीय संबंधों की तलाश करने और ‘मेक इन इंडिया’ (भारत में निर्माण करो) पहल के तहत भारत और वैश्विक बाजार के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने हाल के वर्षों में डिजिटल इंडिया पहल के तहत भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे के परिवर्तनकारी विकास पर चर्चा की, जिसने देश को डिजिटल स्वीकार्यता में वैश्विक अगुवा के रूप में स्थापित किया।
कुरियन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत के कृत्रिम मेधा (एआई) मिशन और भारत द्वारा अपनाई जा रही प्रगति की सराहना की। उन्होंने भूमि और समुद्री अवसंरचना के माध्यम से भारत को वैश्विक नेटवर्क से जोड़ने की जरूरत पर भी जोर दिया।
ट्यूरिंग के सीईओ जोनाथन सिद्धार्थ के साथ एक अन्य बैठक के दौरान, वित्त मंत्री ने एआई के लिए भारत की नीतिगत रूपरेखा के बारे में बताया और उन्हें उनकी कंपनी को सहयोग और उपयोगी सहभागिता के अवसर तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया।
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि सिद्धार्थ ने भारत को एआई क्रांति में सबसे आगे देखने की इच्छा जताई और भारत के साथ एआई के क्षेत्र में काम करने और भारतीय योगदानकर्ताओं के माध्यम से एक संप्रभु मॉडल बनाने की बात कही, जो दुनिया के लिए एक खाका के रूप में काम कर सकता है।
डेटा रोबोट के सीईओ देबांजन साहा ने भी वित्त मंत्री से मुलाकात की और एआई महाशक्ति बनने की भारत की क्षमता का उल्लेख करते हुए एआई उत्कृष्टता केंद्र में भाग लेने में रुचि जताई, जिसके लिए हाल ही में केंद्रीय बजट 2025-26 में 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
वित्त मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर कहा, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा वर्षों से उठाए गए कदमों को रेखांकित किया, जिसमें ‘इंडियाएआई मिशन’ के लिए 10,300 करोड़ रुपये का बजट, भारतजेन और सर्वम-1 के माध्यम से एआई भाषा प्रौद्योगिकियों का निर्माण, तथा आईआईटी जोधपुर में सृजनात्मक एआई के लिए सृजन केंद्र की स्थापना शामिल है।”
वित्त मंत्री ने उन्हें प्रस्तावित एक लाख करोड़ रुपये के कोष, निजी क्षेत्र द्वारा संचालित अनुसंधान, विकास और नवाचार योजना के माध्यम से संभावित अवसर के बारे में बताया और कहा कि एआई कौशल प्रवेश में भारत विश्व स्तर पर पहले स्थान पर है। इस सूची में भारत कई विकसित देशों से आगे है।
ए16जेड के जनरल पार्टनर अंजनी मिधा और वीएमवेयर के सलाहकार रघु रघुराम के साथ एक अन्य बैठक में सीतारमण ने सुझाव दिया कि ए16जेड और वीएमवेयर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और एआई उत्कृष्टता केंद्रों सहित एआई के क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं तलाश सकते हैं।
सीतारमण ने वित्त सचिव अजय सेठ की उपस्थिति में विभिन्न पेंशन कोष प्रबंधकों और अन्य संस्थागत निवेशकों के साथ एक गोलमेज बैठक में भाग लिया।
वित्त मंत्री ने उन्हें ऊर्जा एवं स्थिरता के क्षेत्र में निवेश एवं सहयोग के अवसरों के बारे में जानकारी दी।
भाषा अनुराग