आरएसएस से जुड़े संगठन का 'विजन 2047: समृद्ध और महान भारत' पर तीन-दिवसीय सम्मेलन बृहस्पतिवार से
नोमान सुरेश
- 22 Apr 2025, 08:39 PM
- Updated: 08:39 PM
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े एक संगठन का ‘विजन 2047: समृद्ध और महान भारत' पर तीन-दिवसीय सम्मेलन बृहस्पतिवार से यहां शुरू होगा। यह संगठन सार्थक संवाद, नवोन्मेषी सोच और सहयोगात्मक कार्रवाई के माध्यम से देश के भविष्य की कल्पना और उसे आकार देने को समर्पित है।
यह सम्मेलन भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) में आयोजित किया जाएगा और इसका आयोजन स्वदेशी जागरण मंच की इकाई 'स्वदेशी शोध संस्थान' द्वारा किया जा रहा है।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सम्मेलन के दौरान 800 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किए जाएंगे। सम्मेलन में शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, विशेषज्ञ अतिथियों और प्रतिष्ठित उपस्थित लोगों सहित 3,000 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। सम्मेलन में प्रसिद्ध नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रहेगी।’’
सम्मेलन का आयोजन कई संस्थानों के सहयोग से किया जा रहा है, जिनमें कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, सीसीएस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार; भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), दिल्ली; एग्डर विश्वविद्यालय, नॉर्वे (वैश्विक ज्ञान भागीदार); इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक और ‘ऑर्गनाइजर वीकली’ शामिल हैं।
महाजन ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य 2047 में भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी तक की विकास यात्रा के लिए दूरदर्शी अंतर्दृष्टि और रणनीतिक मार्ग तैयार करना है।
सम्मेलन के विभिन्न विषयों में जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग; रोजगार, उद्यमिता, भारतीय कौशल और वैश्विक; विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की पहल; एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली की स्थापना; विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विकास; पारिवारिक मूल्यों की वकालत, वैश्विक भाईचारा; पर्यावरण अनुकूल विकास और उच्च जीवन मूल्यों पर आधारित राष्ट्र का निर्माण शामिल हैं।
महाजन ने कहा, “इन विषयों पर पूर्ण सत्रों, अकादमिक पेपर प्रस्तुतियों और पैनल चर्चाओं के माध्यम से चर्चा की जाएगी, जिसमें देश भर के नीति निर्माता, विद्वान, उद्योग पेशेवर और युवा नेता शामिल होंगे।”
उन्होंने कहा, “सम्मेलन को शोधपत्रों के आमंत्रण पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें अकादमिक, शोध और पेशेवर समुदायों से विविध प्रस्तुतियां शामिल हैं। इन योगदानों से गतिशील चर्चा और व्यावहारिक नीति को लेकर विभिन्न प्रकार के सुझाव आने की उम्मीद है।”
केंद्रीय मंत्री एम एल खट्टर और नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, आरबीआई के निदेशक एस गुरुमूर्ति, प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के संजीव सान्याल और विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा आईआईटी और आईआईएम के निदेशकों के सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
महाजन ने कहा, “इस सम्मेलन में कई राजदूत और उच्चायुक्त भी शामिल होंगे। सम्मेलन में कई जाने-माने कॉरपोरेट दिग्गज भी मौजूद रहेंगे।”
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारकों की उपस्थिति और दृष्टिकोण भारत के विकास के दृष्टिकोण पर राष्ट्रीय चर्चा को अमूल्य दिशा प्रदान करेंगे। यह सम्मेलन शीर्ष बुद्धिजीवियों, नीति निर्माताओं और दूरदर्शी लोगों के साथ जुड़ने का एक असाधारण अवसर प्रदान करता है, जो विज़न 2047 की ओर भारत की परिवर्तनकारी यात्रा में योगदान देता है।”
भाषा
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