पहलगाम आतंकी हमले पर विदेश मंत्री जयशंकर ने यूएनएससी के सात अस्थायी सदस्यों से बातचीत की
राखी सुरेश
- 30 Apr 2025, 12:08 AM
- Updated: 12:08 AM
नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के सात अस्थायी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से सोमवार को बातचीत की।
ऐसा माना जा रहा है कि जयशंकर ने इन देशों को कश्मीर घाटी में हुए आतंकी हमले में सीमा पार संलिप्तता की जानकारी दी। इस हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्लोवेनिया, पनामा, अल्जीरिया और गुयाना के अपने समकक्षों के साथ मंगलवार को फोन पर अलग-अलग बातचीत के दौरान पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की। अन्य अस्थायी सदस्य देशों में डेनमार्क, पाकिस्तान और कोरिया गणराज्य शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 25 अप्रैल को इस हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था, लेकिन पाकिस्तान और चीन के हस्तक्षेप से इसे हल्का करने की कोशिश की गई। भारत इसे "अपर्याप्त" मानता है।
समझा जाता है कि जयशंकर ने विदेश मंत्रियों को आतंकवाद के प्रति "बिल्कुल न सहने" की भारत की नीति से अवगत कराया।
जयशंकर ने 'एक्स' पर कहा, "आज गुयाना के विदेश मंत्री ह्यूग हिल्टन टॉड के साथ गर्मजोशी से बातचीत हुई। पहलगाम आतंकवादी हमले और सभी रूपों में आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता पर चर्चा हुई।"
स्लोवेनिया की विदेश मंत्री तानजा फाजोन के साथ अपनी चर्चा के बारे में जयशंकर ने कहा कि उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले की स्लोवेनिया द्वारा निंदा करने के लिए उनका धन्यवाद किया।
पनामा के जेवियर मार्टिनेज के साथ फोन पर बातचीत के दौरान विदेश मंत्री ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत के प्रति पनामा द्वारा "एकजुटता और समर्थन व्यक्त" करने के लिए उनका धन्यवाद किया।
जयशंकर ने कहा, "अल्जीरिया के विदेश मंत्री अहमद अत्ताफ से बात करके अच्छा लगा। पहलगाम आतंकवादी हमले पर एकजुटता और समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।"
उन्होंने कहा, "हमने अपनी मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी की पुष्टि की। शीघ्र ही भारत में उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं।"
सिएरा लियोन के विदेश मंत्री के साथ अपनी चर्चा पर जयशंकर ने कहा, "आज सिएरा लियोन के विदेश मंत्री टिमकब्बा से बात की। पहलगाम में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए सिएरा लियोन को धन्यवाद। साथ ही हमने द्विपक्षीय सहयोग की भी समीक्षा की।"
भारत सरकार ने हाल के दिनों में दुनिया के कई देशों से संपर्क कर इस हमले में "सीमा पार" तत्वों की भूमिका पर जानकारी साझा की है।
इससे पहले, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, मिस्र, जॉर्डन, इटली, जापान, ईरान, श्रीलंका, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, यूएई और नेपाल के राष्ट्राध्यक्षों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात कर हमले की निंदा की और एकजुटता प्रकट की।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ में कहा था कि हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं को “सबसे कड़ा जवाब” दिया जाएगा। मंगलवार को उन्होंने सेना को कार्रवाई के लिए “पूर्ण परिचालनिक स्वतंत्रता” दी और रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करना राष्ट्रीय संकल्प है।
भाषा राखी