अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब केवल प्रतीकात्मक दिवस नहीं बल्कि एक वैश्विक जनांदोलन : राज्यपाल पटेल
आनन्द जितेंद्र
- 05 May 2025, 04:50 PM
- Updated: 04:50 PM
लखनऊ, पांच मई (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब केवल एक प्रतीकात्मक दिवस नहीं, बल्कि एक वैश्विक जनांदोलन बन चुका है।
राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में सोमवार को इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के संबंध में एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई।
बैठक में प्रदेश के समस्त राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति व वरिष्ठ अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
राजभवन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, आनंदीबेन पटेल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब केवल एक प्रतीकात्मक दिवस नहीं, बल्कि एक वैश्विक जनांदोलन बन चुका है, जिसके माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली, मानसिक संतुलन, सामाजिक समरसता और पर्यावरणीय चेतना को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 21 जून (योग दिवस) को विश्वविद्यालय के सभी परिसरों और अधीनस्थ महाविद्यालयों में सामूहिक योग अभ्यास सुनिश्चित करें, जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थी, शिक्षक व कर्मचारी लाभान्वित हों।
राज्यपाल ने इस वर्ष योग दिवस के विषय “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह विषय न केवल वसुधैव कुटुंबकम की भावना को सशक्त करता है, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने का आह्वान भी करता है।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर एक जून से 21 जून तक आयोजित किए जाने वाले श्रृंखलाबद्ध योग कार्यक्रमों को अद्भुत, रचनात्मक एवं सामूहिक प्रयास का प्रतीक बनाने के निर्देश दिए।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि स्वच्छता, संगीत और योग को एकीकृत कर इनका दस्तावेजीकरण किया जाए, ताकि उसका संकलन कर एक पुस्तक तैयार की जा सके।
उन्होंने नवनिर्मित खेल विश्वविद्यालय को निर्देश दियाकि वे आंगनबाड़ी एवं प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों और अन्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को खेलों से जोड़ते हुए योग करवाएं ताकि उनमें योग के प्रति रुचि बढ़े।
राज्यपाल ने साइकिल यात्रा एवं पद यात्रा जैसे आयोजनों को भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
भाषा आनन्द