वायुसेना अधिकारी की जाति पर टिप्पणी: विहिप ने रामगोपाल यादव के खिलाफ शिकायत की
किशोर आनन्द सुरभि
- 16 May 2025, 10:00 PM
- Updated: 10:00 PM
मुरादाबाद (उप्र), 16 मई (भाषा) भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की जाति को लेकर की गई समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव की टिप्पणी के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने यादव के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, पुलिस ने अभी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।
व्योमिका हाल में आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शामिल थीं। यह सैन्य अभियान पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था।
विहिप की केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य राजकमल गुप्ता ने मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में प्रोफेसर रामगोपाल के खिलाफ शिकायत दी है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि शिकायत तो मिल गई है, लेकिन अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। सिविल लाइंस के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) संदीप मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को शुक्रवार शाम को बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने शिकायत का विवरण और तस्वीरें सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा कीं और कहा कि इस ‘‘राष्ट्रविरोधी और हिंदू विरोधी’’ टिप्पणी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए।
बंसल ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘विश्व हिंदू परिषद ने समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के खिलाफ भारतीय सेना और हिंदू समाज को निशाना बनाने वाली उनकी विभाजनकारी एवं अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में अनुसूचित जाति की अधिकारी को अपमानित करने सहित संबंधित कानूनों के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।’’
सिविल लाइंस पुलिस ने शुक्रवार शाम को ‘पीटीआई-भाषा’ से पुष्टि की कि एक शिकायत प्राप्त हुई है, लेकिन अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
विवाद यादव की उस टिप्पणी से उपजा है जो उन्होंने बृहस्पतिवार को मुरादाबाद में एक सार्वजनिक संबोधन के दौरान की थी। उन्होंने हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और मध्य प्रदेश के जनजातीय मामलों के मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया के दौरान ये विवादास्पद बयान दिया था।
शाह ने कथित तौर पर अधिकारी की आस्था के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी। शाह के बयान का हवाला देते हुए यादव ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘उत्तर भारत के कुछ राज्यों विशेषकर उत्तर प्रदेश में जहां धर्म, जाति और वर्ग देखकर लोगों पर फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हों, जाति-धर्म के आधार पर मुठभेड़ को अंजाम दिया जा रहा हो, गैंगस्टर अधिनियम लगा कर संपत्ति जब्त की जा रही हो, जाति धर्म और वर्ग देखकर महिलाओं पर अत्याचार किए जा रहे हों, कर्मचारियों और अधिकारियों की तैनाती की जाती हो। ऐसी विकृत मानसिकता के लोगों के बारे में कल मैंने एक कार्यक्रम में कहा था की कर्नल सोफिया का धर्म उनके नाम से पहचान लिया गया, इसलिए गाली दी गयी, विदेश सचिव मिसरी को गाली दी गयी।’’
उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘अगर इन गालीबाजों को ये पता चल जाता की व्योमिका सिंह जाटव हैं और एयर मार्शल अवधेश भारती यादव हैं तो ये लोग इन अधिकारियों को भी गालियां देने से बाज नहीं आते।’’
प्रोफेसर यादव ने कहा, ‘‘मुझे आश्चर्य इस बात का है कि जिस मुख्यमंत्री की नाक के नीचे अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों पर अकल्पनीय अत्याचार हो रहे हों, उन्होंने मेरा पूरा बयान बगैर सुने ही ट्वीट कर दिया। जिन मीडिया चैनलों ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी पर कब्जा कर लिया था उनसे मुझे कोई शिकायत नहीं क्योंकि उन पर सत्तापक्ष के अलावा किसी को विश्वास नहीं।’’
एक दिन पूर्व बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘सेना की वर्दी ‘जातिवादी चश्मे’ से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक ‘राष्ट्रधर्म’ निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है।’’
इसी पोस्ट में योगी ने लिखा था, ‘‘समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है। इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।’’
भाषा किशोर आनन्द