फडणवीस ने भुजबल को ओबीसी समुदाय की आवाज बताया, विपक्ष ने भ्रष्टाचार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया
शफीक नेत्रपाल
- 20 May 2025, 09:55 PM
- Updated: 09:55 PM
मुंबई, 20 मई (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को छगन भुजबल को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का बचाव करते हुए उन्हें ‘‘ओबीसी की आवाज’’ बताया, जबकि विपक्षी दलों ने उनके खिलाफ लगे आरोपों का हवाला देते हुए भाजपा पर भ्रष्टाचार के मामले में ‘‘दोहरा मापदंड’’ अपनाने का आरोप लगाया।
भुजबल (77) को महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने राजभवन में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में शपथ दिलाई।
यह पूछे जाने पर कि सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने सरकार पर भ्रष्ट नेताओं के ‘‘प्रतीकात्मक’’ विरोध का आरोप लगाया है, मुख्यमंत्री फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भुजबल वरिष्ठ नेता हैं और ओबीसी की आवाज हैं। लोगों के अलग-अलग व्यक्तियों के बारे में अलग-अलग विचार होते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राकांपा ने भुजबल को मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए नामित किया है और हम इसका स्वागत करते हैं।’’
अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भुजबल की वरिष्ठता और महाराष्ट्र सदन मामले में अदालत द्वारा उन्हें ‘क्लीन चिट’ दिए जाने का हवाला दिया।
राकांपा प्रवक्ता आनंद परांजपे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘येवला (भुजबल का निर्वाचन क्षेत्र) के लोगों ने भुजबल को भारी बहुमत से चुना है। वह राकांपा के वरिष्ठ नेता हैं, जो देशभर में ओबीसी समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।’’
नासिक जिले से आने वाले भुजबल के मंत्रिमंडल में शामिल होने के साथ ही उत्तर महाराष्ट्र जिले का प्रभारी मंत्री कौन होगा, यह लंबित मुद्दा फिर से गरमाने की संभावना है, क्योंकि भाजपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बीच इसे लेकर मतभेद हैं।
परांजपे ने कहा, ‘‘राकांपा का रुख पहले ही दिन से स्पष्ट है कि प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। इस मुद्दे पर फडणवीस जो भी निर्णय लेंगे, हम उसका सम्मान करेंगे।’’
कांग्रेस और शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) ने भुजबल के मंत्री पद की शपथ लेने पर भाजपा के नेतृत्व वाली ‘महायुति’ सरकार की आलोचना की।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा, ‘‘आज भुजबल भाजपा की ‘वॉशिंग मशीन’ में धुल गए। भाजपा ने अब भुजबल को निर्दोष साबित कर दिया है, जिन पर ईडी ने आरोप लगाया था और उन्हें जेल भेज दिया था। यह एक बार फिर साबित हो गया है कि भाजपा सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकती है और कुछ भी कर सकती है।’’
राकांपा (एसपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि भ्रष्टाचार पर भाजपा के ‘‘दोहरे मापदंड’’ उजागर हो गए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा का नया मंत्र है- पहले हम आपको भ्रष्ट कहते हैं, फिर हम आपको अपने साथ मिलाते हैं, फिर हम आपको (अपनी वॉशिंग मशीन में) धोते हैं, फिर आप जीत जाते हैं। भाजपा ने यह साबित करने के लिए जी-जान से लड़ाई लड़ी कि छगन भुजबल भ्रष्ट हैं, लेकिन आज उसी व्यक्ति को देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया। भाजपा का मतलब है दोहरे मापदंड।’’
दमानिया ने कहा कि भुजबल को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने से यह पता चलता है कि भ्रष्टाचार पर बड़ी बातें ‘‘प्रतीकात्मक’’ हैं और भ्रष्ट नेताओं को छुआ नहीं जा सकता।
भाषा शफीक