सेबी ने निवेशकों को सोशल मीडिया मंचों से होने वाली धोखाधड़ी को लेकर आगाह किया
अनुराग प्रेम
- 21 May 2025, 06:24 PM
- Updated: 06:24 PM
नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने बुधवार को निवेशकों को असत्यापित लोगों से आने वाले अनचाहे संदेशों के प्रति आगाह किया और उनसे ऐसे व्हाट्सएप ‘ग्रुप’ या ‘कम्युनिटीज’ का हिस्सा न बनने को कहा।
सेबी की यह चेतावनी ऐसे मामलों में बढ़ोतरी के बीच आई है, जहां कुछ कंपनियां प्रतिभूति बाजार में भोले-भाले निवेशकों को लुभाने और धोखाधड़ी के लिए सोशल मीडिया मंच का उपयोग कर रही हैं।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपनी जांच में पाया है कि ऐसी इकाइयां निवेशकों का भरोसा और विश्वास जीतने के लिए कई तरह की रणनीति अपनाती हैं। ये इकाइयां संभावित ग्राहकों को लक्षित करके व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने के लिए अक्सर ‘वीआईपी ग्रुप’ या ‘फ्री ट्रेडिंग कोर्स’ (शेयर बाजार कारोबार का नि:शुल्क पाठ्यक्रम) जैसे नामों से लिंक के रूप में अनचाहे निमंत्रण भेजती हैं।
खुद को भरोसेमंद दिखाने के लिए ये इकाइयां अक्सर नकली प्रोफाइल बनाती हैं जो उन्हें प्रतिभूति बाज़ार के विशेषज्ञ के रूप में दर्शाती हैं। कई मामलों में वे सेबी के पास पंजीकृत मध्यस्थों, मशहूर सार्वजनिक हस्तियों या स्थापित संगठनों के सीईओ/ एमडी का भी फर्जी रूप धारण करते हैं।
ये इकाइयां बड़े मुनाफे के फर्जी प्रमाण दिखाकर निवेशकों का शोषण करते हैं। ये प्रमाण भी कथित तौर पर समूह के अन्य सदस्य ही पेश करते हैं जो असल में इस घोटाले में मददगार होते हैं।
ऐसे में भोले-भाले निवेशक इस भ्रामक चित्रण से प्रभावित होकर इन कंपनियों के बैंक खातों में धन हस्तांतरित करने के लिए प्रेरित हो जाते हैं।
बाजार नियामक ने संभावित निवेशकों का ध्यान इन सभी बिंदुओं की तरफ आकृष्ट करते हुए कहा, “वे असत्यापित लोगों से आने वाले ऐसे अनचाहे संदेशों पर भरोसा न करें और ऐसे व्हाट्सएप ग्रुप/कम्युनिटी में शामिल होने से बचें। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे केवल सेबी-पंजीकृत मध्यस्थों और प्रामाणिक ट्रेडिंग ऐप के जरिये ही लेनदेन करें।”
भाषा अनुराग