हवाई सुरक्षा: विमानों से पक्षियों के टकराने के मामले बढ़ने की बीच समाधान के लिए हुई उच्च स्तरीय बैठक
नोमान माधव
- 26 Jun 2025, 06:05 PM
- Updated: 06:05 PM
मुंबई, 26 जून (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुंबई नगर निकाय को वर्सोवा अपशिष्ट स्थानांतरण केंद्र के आधुनिकीकरण और उसे कवर करने का काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है जिसका उद्देश्य पक्षियों के विमानों से टकराने से हवाई यात्रा के लिए बढ़ते जोखिम को कम करना है।
यह केंद्र हवाई अड्डे के ‘फनल जोन’ में आता है। यह फनल जोन हवाई अड्डे का वह हिस्सा होता है जिसका उपयोग विमान के उड़ान भरने एवं उतरने के समय किया जाता है।
मंत्री के कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मुंबई हवाई अड्डे के 10 किलोमीटर के दायरे में कूड़ा फेंकने के मैदान, मैंग्रोव और वन भूमि शामिल हैं, जो बड़ी संख्या में पक्षियों को आकर्षित करते हैं, जिससे हवाई यात्रा के लिए खतरा पैदा होता है।
बयान में कहा गया है,“ विमान से पक्षियों के टकराने की घटनाएं बढ़ रही हैं। 2020 में 20 घटनाएं हुई जबकि, 2021 में 35, 2022 में 36, 2023 में 60 और 2024 में 59 घटनाएं हुईं। जनवरी 2025 तक, विमान से पक्षी टकराने की 19 घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। "
इसके मुताबिक, ठाणे क्रीक क्षेत्र में फ्लेमिंगो जैसे प्रवासी पक्षियों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, तथा उनकी संख्या 2015 में 10,000 से बढ़कर 2024 में दो लाख हो गई।
बयान में कहा गया है कि 2024 में 50 से 200 फुट की ऊंचाई पर कुल तीन पक्षी विमान से टकराए, 500 फुट तक 16, 500 से 1,000 फुट के बीच 13 तथा 3,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर 11 पक्षी विमानों से टकराए।
इसमें कहा गया है, "मुंबई के देवनार, कांजुरमार्ग डंपिंग ग्राउंड व वर्सोवा अपशिष्ट स्थानांतरण केंद्र, हवाई अड्डे के महत्वपूर्ण ‘फ़नल ज़ोन’ में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में खाद्य अपशिष्ट की उपस्थिति पक्षियों को आकर्षित करती है, जो उड़ान भरने और उतरने के दौरान विमानों के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है।"
राज्य के सांस्कृतिक मामलों और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री तथा मुंबई उपनगरीय जिले के प्रभारी मंत्री शेलार ने वैज्ञानिकों, पर्यावरण विशेषज्ञों और युवा शोधकर्ताओं से हवाई अड्डों के निकट कचरा संग्रहण और डंपिंग क्षेत्रों के आसपास पक्षियों की गतिविधियों को रोकने के लिए नवीन समाधान और प्रौद्योगिकियां सुझाने को कहा।
बयान में कहा गया कि शेलार ने इस मुद्दे पर दिन में एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) , भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय और महानगर के अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
यह बैठक 12 जून को अहमदाबाद में हुए विनाशकारी विमान हादसे के बाद आयोजित की गई है, जिसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी।
इसमें कहा गया है कि विमानन सुरक्षा पर पड़ने वाले गंभीर प्रभावों को देखते हुए, यह आकलन करने के लिए गहन समीक्षा की गई कि बीएमसी क्या कदम उठा सकती है।
बैठक के दौरान, बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल उनके पास पक्षियों को रोकने के लिए कोई प्रौद्योगिकी नहीं है, लेकिन कचरे का अधिक कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने, विशेष रूप से अपशिष्ट जल को कम करने के लिए नई तकनीकों का उपयोग करने के प्रस्ताव पर सक्रियता से विचार किया जा रहा है।
मंत्री ने दो एकड़ में फैले वर्सोवा अपशिष्ट स्थानांतरण केंद्र के आधुनिकीकरण की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया, जो हवाई अड्डे के ‘फनल जोन’ के भीतर स्थित है।
उन्होंने कहा, "आधुनिकीकरण योजना में शेड कवर का निर्माण, गंध नियंत्रण प्रणाली की स्थापना और मोबाइल कॉम्पैक्शन यूनिट की तैनाती शामिल होनी चाहिए। अगले 15 दिनों के भीतर निविदा जारी की जानी चाहिए और काम बिना देरी के शुरू होना चाहिए।"
भाषा
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