उत्तराखंड : बदरीनाथ जा रही मिनी बस अलकनंदा नदी में गिरी, तीन लोगों की मौत, नौ लापता
सं, दीप्ति, रवि कांत
- 26 Jun 2025, 06:31 PM
- Updated: 06:31 PM
रुद्रप्रयाग, 26 जून (भाषा) उत्तराखंड में श्रद्धालुओं को लेकर बदरीनाथ जा रही एक मिनी बस बृहस्पतिवार को रुद्रप्रयाग और गौचर के बीच अनियंत्रित होकर उफनाई अलकनंदा नदी में समा गयी जिसके कारण उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गयी तथा नौ अन्य लोग लापता हो गए।
पुलिस ने बताया कि यह हादसा रुद्रप्रयाग और गौचर के बीच घोलतीर गांव के पास सुबह लगभग साढ़े सात बजे हुआ। हादसे के समय 31 यात्रियों की क्षमता वाली मिनी बस में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान के श्रद्धालुओं और चालक समेत कुल 20 लोग सवार थे।
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने बताया कि तीन श्रद्धालुओं के शव बरामद हो गए हैं और हादसे में आठ लोग घायल हैं।
उन्होंने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल की मदद से अभियान चलाया जा रहा है।
बचाव दलों ने बताया कि हादसे के दौरान मिनी बस में सवार कुछ श्रद्धालु पहाड़ी पर ही छिटक कर घायल हो गए थे जिन्हें उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल भेजा गया है। चार घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हेली एंबुलेंस से एम्स-ऋषिकेश के लिए भेज दिया गया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)-ऋषिकेश भेजे गए हरिद्वार के कनखल निवासी बस चालक सुमित ने दावा किया कि विपरीत दिशा से आ रहे एक ट्रक द्वारा टक्कर मारे जाने के बाद बस अनियंत्रित होकर खाई की तरफ चली गयी।
सुमित ने कहा, ''मैं मुश्किल से 10-20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बस चला रहा था। हम आराम से भजन सुनते हुए जा रहे थे जब ट्रक ने बस को जोर की टक्कर मारी और वह खाई में गिर गयी।''
रेड क्रॉस सोसायटी बचाव दल के एक सदस्य सत्येंद्र सिंह भंडारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि बस एक तेज आवाज के साथ सैकड़ों फुट नीचे नदी में गिरी और उसमें समा गयी। दुर्घटनास्थल के नजदीक रहने वाले भंडारी ने बताया कि जिसने भी यह आवाज सुनी, वह मौके की ओर दौड़ा।
राहत एवं बचाव कार्यों में नदी का तेज बहाव चुनौती बना हुआ है लेकिन बचाव दल लगातार श्रद्धालुओं की खोजबीन में जुटे हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक संदेश में कहा कि पुलिस तथा एसडीआरएफ सहित अन्य एजेंसियों द्वारा युद्धस्तर पर बचाव कार्य किया जा रहा है।
धामी ने कहा कि वह निरंतर स्थानीय प्रशासन के साथ संपर्क में हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि मृतकों की पहचान मध्यप्रदेश के राजगढ़ के रहने वाले विशाल सोनी (42) और गौरी सोनी (41) तथा गुजरात के सूरत के ड्रिमी (17) के रूप में हुई है।
लापता श्रद्धालुओं में राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले रवि भावसर (28), संजय सोनी (55), चेतना सोनी (52) एवं सुशीला सोनी (77), गुजरात की मौली सोनी (19), चेष्टा (12) राजस्थान के गोगुंडा के रहने वाले ललित कुमार सोनी (48),गुजरात के सूरत की मयूरी (24) और महाराष्ट्र की कटटा रंजना अशोक (54) शामिल हैं।
घायलों की पहचान राजस्थान की दीपिका सोनी (42), राजस्थान के गोगुंडा की हेमलता सोनी (45), गुजरात के ईश्वर सोनी (46), भावना ईश्वर (43), भव्य सोनी (सात), महाराष्ट्र की अमिता सोनी (49), मध्यप्रदेश के राजगढ़ की रहने वाले पार्थ सोनी (10) और हरिद्वार के रहने वाले चालक सुमित कुमार (23) के रूप में हुई है।
भाषा
सं, दीप्ति, रवि कांत