‘रिश्वत’ विवाद: कर्नाटक में कांग्रेस विधायक बी आर पाटिल ने सुरजेवाला से की मुलाकात
संतोष दिलीप
- 30 Jun 2025, 08:51 PM
- Updated: 08:51 PM
बेंगलुरु, 30 जून (भाषा) वरिष्ठ विधायक बी आर पाटिल ने सोमवार को यहां कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी और महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला से मुलाकात की। पाटिल ने हाल ही में सार्वजनिक आवास के आवंटन में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था।
विधायक ने कहा कि उन्होंने सभी संबंधित मामलों से महासचिव को अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि अब उचित कार्रवाई करना पार्टी के आलाकमान पर निर्भर है।
कर्नाटक राज्य नीति और योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत पाटिल ने आवास मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान के निजी सचिव सरफराज खान के साथ फोन पर बातचीत में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था।
इंटरनेट पर वायरल हुई इस बातचीत ने सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को शर्मसार कर दिया। विधायक ने बाद में पुष्टि की कि लीक हुई कॉल में किए गए दावे सही थे।
बैठक के बाद पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने सुरजेवाला से मुलाकात की और सारी बातें उनके संज्ञान में लायीं। उन्होंने इस पर ध्यान दिया है। वे क्या कार्रवाई करते हैं, यह आलाकमान पर निर्भर करता है।’’
‘असंतुष्ट’ होने की खबरों को खारिज करते हुए पाटिल ने कहा, ‘‘मैं लड़ाकू हूं। व्यवस्था में सुधार की जरूरत है...मैंने हर बात पर चर्चा की है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह बैठक से संतुष्ट हैं, उन्होंने कहा, ‘‘मैं न तो दुखी हूं और न ही खुश। मैं एक राजनीतिक कार्यकर्ता हूं।’’
इस बीच, पूर्व में असंतोष व्यक्त कर चुके कागवाड़ से कांग्रेस विधायक राजू कागे ने कहा कि वह मंगलवार को सुरजेवाला से मिलेंगे, क्योंकि आज बेलगावी में उनकी आधिकारिक बैठक है।
बेलगावी में संवाददाताओं से बातचीत में कागे ने कहा, ‘‘मुझे कल देर रात बैठक की सूचना मिली। मैं आज निकलूंगा और कल उनसे मिलूंगा। मैंने उन्हें पहले ही सूचित कर दिया है। वे जो भी सवाल पूछेंगे, मैं उनका जवाब दूंगा।’’
बैठक के एजेंडे के बारे में पूछे जाने पर कागे ने कहा, ‘‘यह उन्हीं मुद्दों के बारे में है, जिनके बारे में मैं पहले ही बोल चुका हूं।’’
कागे ने हाल ही में अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों और फंड जारी करने में देरी का हवाला देते हुए इस्तीफा देने का संकेत दिया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन ‘‘पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने पिछले सप्ताह नयी दिल्ली से लौटने के बाद दोनों विधायकों से मुलाकात की और कथित तौर पर उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं का समाधान किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने विधायकों से सरकार के खिलाफ सार्वजनिक रूप से नहीं बोलने का आग्रह किया।
भाषा संतोष