प्रगति मैदान-भैरों मार्ग सुरंग का काम आठ से नौ महीनों में पूरा होगा : प्रवेश वर्मा
Intern दिलीप
- 07 Jul 2025, 06:36 PM
- Updated: 06:36 PM
नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के मंत्री प्रवेश वर्मा ने सोमवार को कहा कि आवास और शहरी कार्य मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग आठ से नौ महीनों के भीतर प्रगति मैदान-भैरों मार्ग सुरंग का काम पूरा कर लेगा।
मंत्री वर्मा भाजपा सांसद मनोज तिवारी और लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं के साथ निर्माणाधीन सुरंग का जायजा लेने पहुंचे।
वर्मा ने कहा, ‘‘ हमने सभी तकनीकी समीक्षाएं पूरी कर ली हैं और अंतिम मंजूरी के लिए प्रस्ताव केंद्र को सौंप दिया है। जैसे ही हमें हरी झंडी मिलेगी, हम मानसून के बाद काम फिर से शुरू कर देंगे। यह अंतिम अंडरपास प्रगति मैदान के आसपास यातायात की भीड़भाड़ कम करने के लिए महत्वपूर्ण है, और हम इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।’’
यह सुरंग प्रगति मैदान पारगमन गलियारा (ट्रांजिट कॉरिडोर) का एक हिस्सा है। इसका उद्देश्य मध्य दिल्ली से सराय काले खां, अंतरराज्यीय बस अड्डा (आईएसबीटी), आश्रम और अन्य क्षेत्रों तक आवागमन करने वाले यात्रियों को मार्ग प्रदान करना है।
सरकारी बयान के अनुसार, अब केवल अंडरपास संख्या पांच के 28 मीटर हिस्से पर काम बाकी है।
फिलहाल अंडरपास का केवल आधा हिस्सा ही खोला गया है, क्योंकि दूसरे रैंप का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इसे प्रगति मैदान में मुख्य सुरंग के साथ ही खोला जाना था।
बयान में कहा गया है, "तकनीकी मुद्दों के कारण, 2023 में निर्माण रोक दिया गया था, क्योंकि यमुना नदी में बाढ़ के कारण प्रीकास्ट कंक्रीट बॉक्स डूब गए थे।’’ मंत्री ने कहा कि दो साल पहले यमुना में आई बाढ़ और पिछली सरकार की "लापरवाही" के कारण परियोजना में देरी हुई।
वर्मा ने कहा, ‘‘हमने व्यवहार्य और सुरक्षित समाधान खोजने के लिए आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-मुंबई और सीबीआरआई जैसे शीर्ष संस्थानों से परामर्श लिया है। उनकी सिफारिशों के आधार पर, हमने कास्ट-इन-सीटू निर्माण पद्धति का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया है, जो रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ करने से बचता है और जमीनी जोखिम को कम करता है।
संशोधित रणनीति के अनुसार, अंडरपास के एक तरफ की चौड़ाई 11.5 मीटर से घटकर 6.25 मीटर हो जाएगी और ऊंचाई 5.5 मीटर से घटकर 3.9 मीटर हो जाएगी। इसका मतलब है कि अंडरपास अब केवल हल्के मोटर वाहनों के लिए ही सीमित रहेगा।
भाषा Intern