राम मंदिर में ध्वजारोहण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हो सकते हैं प्रधानमंत्री
सं राजेंद्र अमित
- 07 Jul 2025, 09:44 PM
- Updated: 09:44 PM
अयोध्या (उप्र), सात जुलाई (भाषा) अयोध्या में रामलला के मंदिर में ध्वजारोहण कार्यक्रम नवंबर में होने की संभावना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हजारों विशिष्ट अतिथियों के शामिल होने की संभावना है।
मंदिर ट्रस्ट के एक अधिकारी ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राम मंदिर ट्रस्ट ने इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए नवंबर में दो तिथियां छांटी हैं। अधिकारी ने कहा कि इस आयोजन के लिए तैयारियां गति पकड़ रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हो सकते हैं।’’
मंदिर सूत्रों के मुताबिक, इस मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर राम ध्वज फहराया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा, परिसर के भीतर स्थित अन्य सभी मंदिरों के शिखरों पर भी ध्वज फहराए जाएंगे जो इस मंदिर के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कीर्तिमान होगा।
राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कार्यक्रम अभी तैयार किया जा रहा है। जैसे ही यह तैयार हो जाएगा, मीडिया से साझा किया जाएगा।’’
मंदिर सूत्रों ने बताया कि ध्वजारोहण कार्यक्रम, राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम जितना भव्य होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट अतिथियों की एक विस्तृत सूची तैयार कर रहा है जिसमें संत, धार्मिक नेता, गणमान्य अतिथि और भारत एवं विदेश से श्रद्धालु शामिल होंगे।
ट्रस्ट को अनुमान है कि हजारों की संख्या में अतिथि इस दूसरे ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।
अयोध्या प्रशासन से एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि अतिथियों का स्वागत करने के लिए जोर शोर से तैयारियां जारी हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर ट्रस्ट और प्रशासनिक अमले ने होटलों में कमरों की बुकिंग शुरू कर दी है और बड़े धर्मशालाओं और अतिथि गृहों में भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
मंदिर सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिषी नवंबर में इस आयोजन के लिए सबसे शुभ मुहूर्त निकाल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रस्तावित दो तिथियों- 16 नवंबर या 25 नवंबर में से एक को अंतिम रूप देने पर चर्चा चल रही है।
वैदिक मंत्रों, संगीत और विशेष पूजा अनुष्ठान के बीच मंदिर पर ध्वज फहराया जाएगा। कई अन्य अनुष्ठान भी इस कार्यक्रम का हिस्सा हैं। एक रामकथा का भी आयोजन किया जा सकता है और देशभर से प्रख्यात संगीतकारों और गायकों द्वारा प्रस्तुति देने की भी संभावना है।
भाषा सं राजेंद्र